Thursday, October 10, 2024
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22 kg Cancer tumor : महिला की पेट से निकला 22 किलो का कैंसर ट्यूमर

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22 kg Cancer tumor : ओवेरियन कैंसर से पीडित थी महिला

नई दिल्ली।टीम डिजिटल :  दिल्ली के एक निजी अस्पताल में 32 वर्षीय महिला के पेट से 22 ​किलो का कैंसर ट्यूमर निकला है (22 kg cancer tumor removed from woman’s stomach)। राजधानी के एक निजी अस्पताल में महिला मरीज की जटिल सर्जरी के दौरान चिकि​त्सक महिला की फर्टिलिटी भी बरकरार रखने में कामयाब रहे। महिला ओवेरियन कैंसर (ovarian cancer) से पीडित थी।

लगातार बढता जा रहा था पेट का आकार

विशेषज्ञों के मुताबिक लगभग नौ महीने पहले 32 वर्षीय सुनीता रंजन (बदला हुआ नाम) ने अपने शरीर में कुछ परिवर्तन महसूस किए। उन्होंने महसूस किया कि उनका पेट पहले की अपेक्षा अधिक बड़ा हो रहा है (22 kg cancer tumor) और उनका वजन कम हो रहा है। शुरुआत में उन्होंने सोचा कि यह कुछ हार्मोनल बदलाव है पर जब यह समस्या दिनों दिन बढ़ती गई तो उन्होंने एक पारिवारिक मित्र की सलाह पर दिल्ली के धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल (Dharamshila Narayana Superspeciality Hospital) के डॉक्टरों से संपर्क किया।

परीक्षणों के बाद हुआ ओवेरियन कैंसर (22 kg cancer tumor) का खुलासा 

महिला की पेट से निकला 22 किलो का कैंसर ट्यूमर
महिला की पेट से निकला 22 किलो का कैंसर ट्यूमर
डॉक्टरों ने समस्या को जानने के लिए अल्ट्रासाउंड व अन्य परीक्षण किए जिसके बाद उनके ओवेरियन कैंसर होने संभावना जताई गई। हालांकि सुनीता अभी तक अविवाहता थी और जैसे उन्हें इस स्थिति का पता चला तो आगे के भविष्य को लेकर वो काफी परेशान हो गई। वह परेशान थी कि आखिर उन्हें ओवेरियन कैंसर (22 kg cancer tumor) के लक्षण का भी पता नहीं चला और उन्हें कैसे ओवेरियन कैंसर हो गया। वो यह सब सोचकर बहुत चिंतित थी उसे लगा कि अब उसका जीवन ही समाप्त हो गया है।

स्टेज 1 ओवेरियन कैंसर से जूझ रही थी महिला

सीनियर कंसल्टेंट और गायनी ऑन्कोलॉजिस्ट, डॉ. सतिंदर कौर ने उन्हें नया जीवन देते हुए कठिन सर्जरी के द्वारा इस ट्यूमर (22 kg cancer tumor) को हटाने में सफलता प्राप्त की। सर्जरी 21 दिसंबर 2022 को सफलतापूर्वक की गई। सर्जरी के बाद सुनीता ने बताया कि न केवल उन्हें स्टेज 1 ओवेरियन कैंसर से अब छुटकारा मिल गया है बल्कि उनके गर्भाशय और एक अन्य अंडाशय को भी संरक्षित कर लिया गया है। उन्हें यह जानकर बहुत खुशी हुई कि वो भविष्य एक सामान्य जीवन जी सकती हैं और मां बनने का सुख भी ले सकती हैं। यह उनके लिए एक नया जीवन है। 
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ट्यूमर का आकार देखकर डॉक्टर भी रह गए हैरान 

डॉ सतिंदर कौर ने बताया कि जब उन्होंने पहली बार उस महिला की जांच की तो मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ कि आखिर यह महिला इतने बड़े ट्यूमर (22 kg cancer tumor) के साथ कैसे जीवित है। वह शारीरिक तौर पर दुर्बल हो चुकी थी उनके शरीर में कोई भी पोषण नहीं बचा था। यह बड़े सौभाग्य की बात रही कि यह अभी स्टेज 1 का ही कैंसर था, जहां गर्भाशय और दूसरे अंडाशय को संरक्षित करना संभव  था। जल्द पता चलने के कारण यह ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया। अब रोगी गर्भधारण कर सकती है और उसके हार्मोनल कार्य सामान्य हैं।


ओवेरियन कैंसर का पता चलते ही सर्जरी जरूरी

डॉक्टर कौर ने बताया कि महिला में 22 किलो का द्रव्यमान (22 kg cancer tumor) अंडाशय के म्यूसिनस एडेनोकार्सिनोमा निकला था। इसके लक्षणों में अस्पष्ट सूजन, मूत्राशय में असुविधा हो सकती हैं इसलिए जैसे ही ओवेरियन कैंसर का लक्षण दिखे तो जल्द से जल्द सर्जरी कराना आवश्यक होता है। यह कैंसर आमतौर पर जल्द पकड़ में आने पर ज्यादा नहीं फैलते और समय पर इलाज कराने से जल्द निदान मिल जाता है। इसलिए लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज कराना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अब रोगी पूरी तरह से स्वस्थ है। दोबारा से यह समस्या होने की संभावना 10% से भी बहुत कम है, पर फिर भी रोगी को सतर्क रहने की बहुत ही जरूरत है। डॉ कौर ने कहा कि हम ने उन्हें हर 3 महीने में फॉलोअप के लिए अस्पताल में आने के लिए कहा है।
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35 साल की उम्र से बढता है ओवेरियन कैंसर का जोखिम 

महिलाओं में ओवेरियन कैंसर सबसे घातक कैंसर माना जाता है। भारतीय महिलाओं में स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा के बाद दिव्य ग्रंथि का कैंसर सबसे आम स्त्री रोग संबंधी कैंसर है। अंडाशय महिला प्रजनन प्रणाली का हिस्सा हैं और हर सामान्य महिला में दो अंडाशय होते हैं, एक गर्भाशय के दोनों तरफ होता है। अंडाशय का कार्य गर्भावस्था में हर महीने अंडे या अंडाणु का उत्पादन करना है।
इसके अलावा ये हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का भी उत्पादन करती हैं। नेशनल कैंसर रजिस्ट्री का अनुमान है कि ओवेरियन कैंसर की घटना प्रति एक लाख महिलाओं पर 5.4 से 8 मामलों के बीच है और इसका जोखिम 35 साल की उम्र से बढ़ना शुरू होता है और 55-64 की उम्र के बीच चरम पर पहुंच जाता है, इसलिए महिलाओं को खास ध्यान रखने की आवश्यकता है।
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