
Edited By: Ankur Shukla
क्यों डॉक्टर और पेशेंट दोनों के लिए खास है डॉक्टर्स डे
Doctor’s Day 2025 India : भारत जैसा देश, जहां लोगों के दिलों में आज भी भावनाएं बसती है। ऐसे में डॉक्टर्स डे जैसा दिन लोगों के लिए खास होता है।
देखा जाए तो यह दिन डॉक्टर और पेशेंट के बीच के रिश्ते को और मजबूत करने वाला साबित होता है। इस मौके पर हमने कुछ नामचीन डॉक्टरों से बात की है। डॉक्टरों ने कुछ ऐसी दिल छू लेने वाली बाते कही हैं, जिसे सुनकर आप भी कहेंगे, डॉक्टर यू आर ग्रेट!
डॉक्टर्स डे क्यों मनाया जाता है?
भारत में हर साल 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। यह दिन चिकित्सा क्षेत्र में कार्यरत उन सभी डॉक्टरों को सम्मान देने के लिए समर्पित होता है, जो अपने सेवा भाव से लाखों ज़िंदगियों को बचाने और सुधारने का काम करते हैं। इस दिन का मुख्य उद्देश्य समाज में डॉक्टरों की भूमिका और उनके योगदान के प्रति जागरूकता फैलाना होता है।
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भारत में डॉक्टर्स डे का इतिहास
Doctor’s Day 2025 India की शुरुआत भारत में वर्ष 1991 में हुई थी। इस दिन को विशेष रूप से डॉ. बिधान चंद्र रॉय (Dr. Bidhan Chandra Roy) की जयंती और पुण्यतिथि के अवसर पर मनाया जाता है। डॉ. बी.सी. रॉय पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री और भारत के महान चिकित्सक थे। उनके सम्मान में यह दिन राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे के रूप में घोषित किया गया।
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डॉक्टर्स डे का उद्देश्य और महत्व
Doctor’s Day 2025 India का सबसे बड़ा उद्देश्य डॉक्टरों के प्रति समाज में सम्मान और कृतज्ञता की भावना विकसित करना है। महामारी जैसे कठिन समय में डॉक्टरों की भूमिका ने साबित कर दिया कि वे असली जीवन रक्षक होते हैं। यह दिन हमें डॉक्टरों के बलिदान, उनकी मेहनत और जिम्मेदारी को समझने का अवसर देता है। साथ ही, यह नई पीढ़ी के लिए चिकित्सा क्षेत्र को अपनाने की प्रेरणा भी देता है।
डॉक्टर्स डे डॉक्टरों के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
Doctor’s Day 2025 न केवल समाज के लिए बल्कि डॉक्टरों के लिए भी एक प्रेरणादायक दिन होता है। इस दिन उन्हें उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया जाता है, और उनका मनोबल बढ़ाया जाता है। इस अवसर पर विभिन्न अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थानों में सम्मान समारोह, हेल्थ अवेयरनेस कैंप और स्वास्थ्य चर्चाएं आयोजित की जाती हैं।
Doctor’s Day 2025 India पर समाज की भूमिका
सिर्फ सरकार या संस्थान ही नहीं, बल्कि आम नागरिकों की भी यह जिम्मेदारी है कि वे डॉक्टरों का सम्मान करें और उनकी सेवाओं की सराहना करें। आज के दौर में जहां स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं, डॉक्टरों का सही मार्गदर्शन और समाज का सहयोग बेहद आवश्यक है।