एम्स PMR विभाग में Center Increase से मरीजों को बेहतर सुविधाएं
Aiims PMR Expansion: All India Institute of Medical Sciences (AIIMS Delhi), नई दिल्ली में aiims pmr department expansion की योजना के तहत
Physical Medicine & Rehabilitation (PMR) विभाग का वृहद विस्तार किया जा रहा है।
देश की सबसे बड़ी स्वास्थ्य संस्था AIIMS Delhi अब एक नई दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही है। मरीजों के पुनर्वास (Rehabilitation) से जुड़ी सुविधाओं को और अधिक सशक्त बनाने के उद्देश्य से aiims pmr expansion की घोषणा की गई है।
इस विस्तार (Aiims PMR Expansion) के तहत न केवल फिजियोथेरेपी और स्पाइनल इंजरी (Physiotherapy and spinal injuries) के इलाज के लिए विशेष केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी, बल्कि हर मरीज को एक ही छत के नीचे समग्र और सम्मानजनक पुनर्वास सुविधा भी मिलेगी।
PMR (Physical Medicine & Rehabilitation) विभाग में हर हफ्ते आने वाले सैकड़ों मरीजों को अब लंबी वेटिंग, सीमित समय और सीमित संसाधनों की परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी। AIIMS प्रशासन ने इस योजना को “मरीजों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में क्रांतिकारी पहल” बताया है।
जानिए, aiims pmr expansion कैसे बदलेगा पुनर्वास सेवाओं का भविष्य और किन मरीजों को इसका सबसे ज्यादा लाभ मिलने वाला है।
परोपकार एवं आसान पुनर्वास
PMR के तहत मरीजों को पुनर्वास सुविधा एक ही छत के नीचे मिलेगी फिजियोथेरेपी, स्पाइनल इंजरी इलाज, मल्टीडिसिप्लिनरी टीम के साथ।
नए सुविधाजनक सेंटर
विभाग फैकल्टी प्रोफेसर डॉ. गीता हांडा ठुकराल का कहना है कि जल्द-कम से कम एक-दो नए सेंटर खोले जाएंगे, ताकि मरीजों को वेटिंग पीरियड और भीड़ की समस्या से राहत मिले।
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स्पाइनल कॉर्ड इंजरी (spinal cord injury) मरीजों की मुख्य समस्या

PMR विभाग में सबसे अधिक चुनौती spinal cord injury वाले मरीजों को रहती है।
- प्रति सप्ताह लगभग 15-20 मरीज यही समस्या लेकर आते हैं।
- ज्यादातर मरीज 20-40 वर्ष की उम्र के युवा होते हैं जो ऊंचाई या पेड़ से गिरने जैसी घटनाओं से प्रभावित होते हैं।
- इलाज की प्रक्रिया में प्राथमिक लक्ष्य मरीज को आत्मनिर्भर बनाना है। उन्हें कपड़े पहनने, चलने व दैनिक क्रियाओं में सुधार लाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है ।
Aiims PMR expansion से क्या लाभ होंगे?
- एकीकृत सेवा (Integrated Care)
- नए सेंटर के साथ मरीजों को एक स्थान पर समग्र सुविधा मिलेगी। जैसे कि फिजियोथेरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, दर्द प्रबंधन, मानसिक सहायता आदि।
समय की बचत और बेहतर सेवा
भीड़ और लंबी वेटिंग की स्थिति को देखते हुए अधिक संसाधन विकसित करना उपयोगी साबित होगा।
विशेषज्ञ टीम की सहायता
PMR विभाग के फैकल्टी, जैसे फिजियोथेरेपिस्ट और ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट मिलकर मरीजों के पुनर्वास को तेजी से संभव बनाएंगे।
मंडल स्तर पर PMR की भूमिका और जरूरत
क्यों है AIIMS PMR Expansion जरूरी?
- उभरते युवा मरीजों की संख्या : 20-40 वर्ष के लोग ऊँचाई से गिरने आदि से अधिक प्रभावित हो रहे हैं। इससे विभाग पर दबाव बढ़ा है।
- स्वास्थ्य प्रणाली में संतुलन : पुनर्वास केंद्रों का विस्तार राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करेगा।
दूसरे प्रदेशों में AIIMS PMR की स्थिति
AIIMS दिल्ली में PMR विस्तार इसी क्रम का हिस्सा है जिसमें पहले से ही नई इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित की जा रही है। जैसे नए OPD ब्लॉक, Geriatric center, आदि ।
FAQs : अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. aiims pmr department expansion कब शुरू होगा?
इस वर्ष (2025) शुरू होने की उम्मीद है, जबकि नवीनतम जानकारी के अनुसार विभाग ने नए सेंटर खोलने की योजना पूर्व से ही बनाई है।
Q2. नए सेंटर कहाँ-कहाँ खोले जा रहे हैं?
प्रारंभ में Masjid Moth Campus या Ansari Nagar क्षेत्र में एक या दो नए केंद्र खुल सकते हैं (अधिकृत विवरण अभी जारी नहीं)।
Q3. क्या PMR विभाग में स्पाइनल इंजरी का विशेष ध्यान रखा जाएगा?
हाँ, विभाग स्पाइनल कॉर्ड इंजरी के इलाज पर केंद्रित होगा, जिसमें फिजियोथेरेपी, मानसिक पुनर्वास और आत्मनिर्भरता पर जोर रहेगा।