Ankylosing Spondylitis Treatment : नई और प्रभावी थेरेपी की खोज में वैज्ञानिकों ने बढाया कदम
नई दिल्ली।टीम डिजिटल : Ankylosing Spondylitis Treatment : वैज्ञानिकों की नई शोध (Scientists new research) बदल सकती है उपचार की पूरी तस्वीर- ऑटोइम्यून रूमेटिक बीमारियों (autoimmune rheumatic diseases) में खासतौर से Ankylosing Spondylitis के उपचार (Ankylosing Spondylitis Treatment) को लेकर दुनियाभर में शोध और अध्ययन किए जा रहे हैं। वैज्ञानिकों के सामने सबसे बडी चुनौती यह है कि उन्हें इन बीमारियों की वजह ज्ञात नहीं है। ऐसे में बीमारी के कारण को लक्ष्य बनाकर उसका उपचार करना संभव नहीं है।
ऐसे में विशेषज्ञ अब वह रास्ता तलाशने में जुटे हैं, जिसकी मदद से शरीर के इम्यून रिस्पॉन्स (immune response) को रिपेयर किया जा सके। इसके जरिए एकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के प्रभाव (Effects of Ankylosing Spondylitis) को न्यूनतम बनाने की रणनीति अपनाई जा रही है। जिस शोध की हम यहां चर्चा करने जा रहे हैं, अगर वैज्ञानिकों को इसमें सफलता मिलती है तो एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस से पीडित मरीजों के उपचार (Ankylosing Spondylitis Treatment) की पूरी तस्वीर ही बदल जाएगी।
एंकिलोज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस (AS) में शामिल जीन और संभावित नए उपचारों की पहचान
वैज्ञानिकों ने अपने ताजा अध्ययन में कंप्यूटर-आधारित विश्लेषण के माध्यम से एंकिलोज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस (AS) में शामिल जीन और संभावित नए उपचारों की पहचान की है। इस दौरान उन्हें यह पता चला कि “एएस की शुरुआत और प्रगति के molecular mechanisms हमारी समझ में योगदान करते हैं। ये एएस (AS) के निदान और उपचार के लिए कैंडिडेट टारगेट भी प्रदान करते हैं।
शोधकर्ताओं ने “एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस के उपचार की खोज (Finding a Treatment for Ankylosing Spondylitis) के लिए प्रमुख क्रोमैटिन नियामक बायोमार्कर की स्क्रीनिंग और पहचान: जैव सूचना विज्ञान विश्लेषण से साक्ष्य” नाम से यह शोध शुरू किया। इस शोध को बीएमसी मस्कुलोस्केलेटल डिसऑर्डर नामक मेडिकल जर्नल में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है।
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HLA-B27 से आगे बढेंगे अब वैज्ञानिक
एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस की पहचान (Diagnosis of Ankylosing Spondylitis) के लिए फिलहाल मानव ल्यूकोसाइट एंटीजन बी27 (HLA-B27) जीन में भिन्नताएं एक स्थापित जोखिम कारक के तौर पर देखी जाती हैं। एचएलए जीन (HLA gene) प्रोटीन से संबंधित निर्देश देते हैं जो प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं को नियंत्रित करने में भूमिका निभाता है।
अब वैज्ञानिकों ने अपनी खोज की दिशा को आगे बढाने का फैसला किया है। चीन में शोधकर्ताओं ने एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) में अन्य जीनों का आकलन करने के लिए स्वस्थ लोगों की तुलना में एएस में उच्च या निम्न, परिवर्तित अभिव्यक्ति (गतिविधि) वाले जीन की पहचान करने के लिए जैव सूचना विज्ञान नामक एक प्रकार के कंप्यूटर विश्लेषण का उपयोग किया।

एएस में नए जी हो सकते हैं इसका उपचार
शोधकर्ताओं ने जीन एक्सप्रेशन ऑम्निबस सार्वजनिक भंडार से डेटासेट GSE25101 का उपयोग किया, जिसमें एएस (AS) वाले लोगों और स्वस्थ लोगों के ऊतक नमूनों के आनुवंशिक डेटा शामिल है। उन्होंने क्रोमैटिन नियामक जीन (chromatin regulatory genes) की पहचान की जो अलग-अलग रूप से व्यक्त किए गए थे। एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) के मामले में इनमें से 24 कम सक्रिय थे और चार अधिक सक्रिय थे।
क्रोमैटिन नियामक हिस्टोन और क्रोमैटिन पर प्रभाव के माध्यम से जीन सक्रिय है या निष्क्रिय, यह प्रक्रिया तय होती है। हिस्टोन प्रोटीन होते हैं जो डीएनए के साथ क्रोमैटिन नामक एक कॉम्प्लेक्स बनाते हैं।
इस शोध में शीर्ष 10 हब जीन EP300, DNMT1, TRIM28, SETD1A, DDB1, MTA2, EP400, PARP1, BAZ1B और CBX1 पाए गए। हब जीन अन्य जीनों के साथ biological processes करते हैं और जैविक प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
प्रतिरक्षा संबंधित जीन के साथ किया AS डेटासेट का मिलान
शोधकर्ताओं ने एएस (AS) और प्रतिरक्षा प्रणाली के बीच संबंध को देखते हुए प्रतिरक्षा-संबंधित जीन के साथ एएस डेटासेट का मिलान किया और स्कोर किया। रोगियों और स्वास्थ्य लोगों की तुलना करने से सूजन, टी-हेल्पर कोशिकाओं और tumor-infiltrating lymphocytes से संबंधित जीन में महत्वपूर्ण गतिविधि अंतर का पता चला।
टी-हेल्पर कोशिकाएं संक्रमण का पता लगाने और उनसे लड़ने के लिए अन्य प्रतिरक्षा कोशिकाओं को सक्रिय करके adaptive immunity का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। tumor-infiltrating lymphocytes लिम्फोसाइटिक कोशिका आबादी हैं, जो ट्यूमर पर आक्रमण करते हैं।
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Ankylosing Spondylitis की नई दवा की पहचान को लेकर किया विश्लेषण
वैज्ञानिकों ने पहचाने गए हब जीन, AS की दवा की खोज (AS drug discovery) को ध्यान में रखते हुए इसका विश्लेषण किया। जिन यौगिकों का चिकित्सीय प्रभाव हो सकता है उनमें BAY 11-7082 और मायरिकेटिन शामिल हैं। दोनों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण (anti-inflammatory properties) होते हैं, जो ट्यूमर नेक्रोसिस फैक्टर (TNF) -अल्फा द्वारा मध्यस्थता वाले सिग्नलिंग को रोकते हैं,।
यह प्रमुख प्रो-इंफ्लेमेटरी अणु है, जिसे एएस जैसे ऑटोइम्यून बीमारियों (autoimmune diseases such as AS) में महत्वपूर्ण माना जाता है। मायरिकेटिन जड़ी-बूटियों, जामुनों और चाय की पत्तियों में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक घटक है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक “TNF-α की अभिव्यक्ति को कम करने और इस प्रकार एएस के लक्षणों (AS symptoms) को कम करने के लिए BAY 11-7082 और मायरिकेटिन का उपयोग एक नया चिकित्सीय विचार है,” अध्ययन के नतीजे पिछले निष्कर्षों की पुष्टि करते हैं और निदान के लिए नई दिशाएं प्रदान करते हैं।
शोधकर्तओं के मुताबिक शोध के अगले चरण में “कोशिका और पशु प्रयोगों के माध्यम से सत्यापन की प्रक्रिया पर कार्य किया जाएगा।
Ankylosing Spondylitis Treatment : वैज्ञानिकों की नई शोध बदल सकती है उपचार की पूरी तस्वीर
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