Delhi के डॉक्टरों ने कहा विज्ञान की प्रगति के लिए “अमूल्य उपहार”
मृतक के परिजनों द्वारा पेश की गई ‘जागरूकता की इस अद्भुत मिसाल’ की सराहना डॉक्टर भी खुलकर कर रहे हैं। अपने स्वजन के मौत से शोकाकुल अवस्था में इस परिवार ने जो निर्णय लिया, वह विज्ञान की प्रगति के लिए ‘महादान’ कहा जाएगा।
दिल्ली में देहदान – मेडिकल कॉलेज को सौंपी बॉडी
Body Donation Delhi News – Dead Body handed over to medical college

“विज्ञान की प्रगति के लिए मृत्यु पश्चात अपना शरीर दान करना एक अनूठा और अमूल्य उपहार है। निश्चित रूप से इससे प्रशिक्षु डॉक्टरों को अनुसंधान के काम आएगा।”– डॉ. आशीष चौधरी, एमडी, आकाश हेल्थकेयर (दिल्ली)
क्या है देहदान की प्रक्रिया ?
What is the process of body donation?
देह दान के लिए कहां संपर्क किया जाता है?
देह दान के लिए सबसे पहले किसी मेडिकल कॉलेज या संस्था से सपंर्क किया जाता है।
देह दान की कागजी प्रक्रिया क्या है?
देह दान संबंधित कागजी प्रक्रिया (Paperwork process) दो गवाहों की उपस्थिति में पूरी की जाती है। ये परिवार के सदस्य होते हैं। जिन्हें घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करना होता है।
इस शपथ पत्र में उल्लेख किया जाता है कि मृत्यु के बाद उनके शव को अस्पताल में दान (donate dead body to hospital) कर दिया जाए।
ऐसे व्यक्तियों की मृत्यु होने या ब्रेन डेड घोषित होने की स्थिति में उनके अंग प्रत्यारोपण (Organ transplant) के लिए निकाल लिए जाते हैं और उनके शव (Dead Body) को मेडिकल कॉलेजों (Medical Colleges)में छात्रों की शिक्षा के लिए दे दिया जाता है।
क्या देह दान के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं?
बिल्कुल! देह दान के लिए ऑनलाइन आवेदन (Online application/Regestration) भी कर सकते हैं।
इसके लिए राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) या दधिचि देह दान समिति की वेबसाइट पर आवेदन किया जा सकता है।

