राजधानी में डेंगू-मलेरिया के मामलों में उछाल, क्या है वजह?
Delhi Dengue Cases : अगस्त 2025 में दिल्ली में डेंगू और मलेरिया केस (Dengue Malaria Cases) लगातार बढ़ते जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक इस वर्ष अभी तक 315 डेंगू और 148 मलेरिया के मामले (malaria statistics) दर्ज किए जा चुके हैं। पिछले सप्ताह ही 24 नए डेंगू केस सामने आए, जिससे चिंता का स्तर और बढ़ गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून सीजन और जमा पानी मच्छरों के प्रजनन स्थल बनकर संक्रमण को फैलाते हैं।
दिल्ली नगर निगम ने फॉगिंग व एंटी-लार्वा स्प्रे (anti-larval spray) अभियान को गति दी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कहते हैं, “जनता का सक्रिय सहयोग के बिना संक्रमण (Delhi outbreak) को रोकना (vector control) असंभव है।”
Delhi Dengue Cases : दिल्ली में बीते तीन साल के डेंगू-मलेरिया के आंकड़े
| वर्ष | डेंगू केस | डेंगू मौतें | मलेरिया केस | मलेरिया मौतें |
|---|---|---|---|---|
| 2023 | 9,266 | 19 | 426 | 1 |
| 2024 | 6,391 | 11 | 792 | 1 |
| 2025 (अगस्त तक) | 315 | – | 148 | – |
| स्रोत: दिल्ली स्वास्थ्य विभाग, MCD/NVBDCP रिपोर्ट | ||||
डेंगू-मलेरिया क्यों बढ़ रहे? : कारण और ट्रिगर
दिल्ली में मानसून आते ही खुले कूलर, छतों पर बाल्टियां, टूटे पाइप, गमले, टंकी, बेसमेंट, पार्क के कोने, हर जगह पानी जमा हो जाता है। यही जगह मच्छरों के अड्डे बन जाती है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम कहती है, “कुल मामलों में 70% मरीज उन्हीं इलाकों से मिले जहाँ बार-बार जलभराव होता है।”
बचाव के उपाय : मच्छरजनित बीमारियों (mosquito-borne disease) से कैसे बचें?
Delhi Dengue Cases : डेंगू मलेरिया मामलों की रोकथाम (dengue malaria prevention) : 5 चरण प्रक्रिया
- पानी जमा न होने दें, कूलर, गमलों, बाल्टियों, टंकी का पानी रोज बदलें।
- पूरी बाजू वाले हल्के कपड़े पहनें, बच्चों को मच्छरदानी में सुलाएं।
- खिड़की-दरवाजों पर जाली लगवाएं।
- मच्छर निरोधक क्रीम या स्प्रे का इस्तेमाल करें।
- बुखार, कमजोरी, सिरदर्द या रैशेज दिखें तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं।
Also Read :
डेंगू के लक्षण (dengue symptoms)
- तेज और अचानक बुखार जो 40 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है
- सिरदर्द खासकर आंखों के पीछे तीव्र दर्द
- त्वचा पर लाल चकत्ते या रैशेज
- मांसपेशियों और जोड़ों में अत्यधिक दर्द (इसे ‘ब्रेकबोन फीवर’ भी कहा जाता है)
- थकान और कमजोरी
- मतली और उल्टी
- आंखों के पीछे दर्द और शरीर में सूजन
सरकारी तैयारी : अभियान, निगरानी और इलाज (dengue treatment)
- नगर निगम ने हर वार्ड में फॉगिंग व स्प्रे शुरू किया है।
- गांव-कॉलोनियों में जागरूकता रैली, ब्लॉक स्तर पर मुफ्त रक्त जांच कैम्प।
- अस्पतालों में स्पेशल वार्ड: डेंगू-मलेरिया मरीजों की तत्काल जांच व इलाज की सुविधा।
Delhi Dengue Cases : दिल्ली में डेंगू-मलेरिया का सामाजिक और आर्थिक असर
- डेंगू-मलेरिया के उछाल से अस्पतालों की OPD और वार्ड में मरीजों का दबाव बढ सकता है।
- सरकार ने पिछले साल डेंगू नियंत्रण के लिए ₹100 करोड़ से अधिक खर्च किए।
- मरीज, परिवार और स्कूल में उपस्थिति घटना, कामकाजी दिन का नुकसान।
Delhi Dengue Cases : निष्कर्ष
जिज्ञासा

Q1: दिल्ली में 2025 में कितने डेंगू केस (Delhi Dengue cases) दर्ज हुए हैं?
315 केस अगस्त 2025 तक।
Q2: मलेरिया की रोकथाम का सर्वोत्तम तरीका क्या है?
आसपास पानी जमा न होने दें, नियमित सफाई करें।
Q3: डेंगू के मुख्य लक्षण क्या हैं?
तेज बुखार, सिरदर्द, आंख के पीछे दर्द, कमजोरी।
Q4: नगर निगम क्या तैयारी कर रहा है?
फॉगिंग, एंटी-लार्वा स्प्रे, हास्पिटल वार्ड, जागरूकता अभियान।
Q5: संक्रमण से बचाव के लिए पहला कदम क्या है?
पानी जमा न होने दें और तुरंत जांच कराएं।

