Heatwave Advisory India : “लापरवाही पड़ सकती है भारी”
उत्तर भारत के कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है। दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में पारा 45°C तक पहुंच चुका है।
मौसम विभाग ने कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने heatwave advisory India जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।
Health Ministry की सलाह: दोपहर में न निकलें बाहर
स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी में कहा गया है कि:
- दोपहर 12 से 4 बजे तक बाहर न निकलें।
- सिर को टोपी, गमछा या छाता से ढकें।
- सूती, हल्के और ढीले कपड़े पहनें।
- शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए बार-बार पानी, ORS, नींबू पानी, छाछ आदि लें।
- घर में रहें तो खिड़कियाँ ढककर रखें, पंखा या कूलर चालू रखें।
- बहुत जरूरी हो तो ही बाहर निकलें, वह भी सावधानी के साथ।
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हीट स्ट्रोक के लक्षण पहचानें (Symptoms of Heat Stroke)
गर्मी के कारण शरीर का तापमान नियंत्रित नहीं रहता और कुछ लोगों को हीट स्ट्रोक हो सकता है। इसके सामान्य लक्षण:
- तेज बुखार और पसीने का अचानक रुक जाना
- सिरदर्द, उल्टी, चक्कर
- त्वचा लाल और सूखी होना
- उलझन या बेहोशी
अगर ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत पीड़ित को छांव में लाएं, ठंडा पानी दें और 102 या 108 नंबर पर कॉल करें।

किन्हें है सबसे ज्यादा खतरा?
- छोटे बच्चे और बुजुर्ग
- गर्भवती महिलाएं
- बाहर काम करने वाले श्रमिक, ट्रैफिक पुलिस, डिलीवरी बॉय आदि
- डायबिटीज, बीपी या हृदय रोग से ग्रस्त लोग
इन लोगों को गर्मी में खास सावधानी रखनी चाहिए।
सरकार की तैयारी और जमीनी हकीकत
सरकार ने अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। ORS, जरूरी दवाएं, एंबुलेंस और डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
कई जगह शीतल जल स्टॉल और छाया वाले स्थान बनाए जा रहे हैं। हालांकि जमीनी हकीकत यह है कि वॉटर कूलर और शेड की संख्या अभी भी कम है। कई इलाकों में अभी भी कोई स्थायी राहत नहीं है।
निष्कर्ष: Heatwave Advisory India को हल्के में न लें
heatwave advisory India केवल एक चेतावनी नहीं बल्कि एक जीवन रक्षक मार्गदर्शिका है। गर्मी से लड़ना आसान नहीं, लेकिन थोड़ी समझदारी, सावधानी और सतर्कता अपनाकर हीटस्ट्रोक जैसी गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है।