एलेक्जेंड्रा फेंड्रिच ने कैसे बनाया Ankylosing Spondylitis और अपने काम के बीच संतुलन
How to live with ankylosing spondylitis, Life with ankylosing spondylitis : एलेक्जेंड्रा फेंड्रिच (Alexandra Fendrich) मिडिल स्कूल में एक पूर्णकालिक विशेष शिक्षक थी। एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (ankylosing spondylitis) से जूझते हुए उन्हें नवंबर 20222 में अपनी नौकरी छोडनी पडी।
उनके छात्रों ने उन्हें मिनियन थीम पर आयोजित आंसुओं भरी विदाई दी। उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और अपनी स्थिति को समझते हुए एक गैर-लाभकारी संस्था में कार्यक्रम प्रबंधक के रूप में कार्य करने लगी। यह एक हाइब्रिड नौकरी थी। यहां एलेक्जेंड्रा की जॉब प्रोफाइल पूरी तरह बदल चुकी थी।
उन्होंने अपनी सेहत को प्राथमिकता दिया और वह अच्छी तरह से समझ गई थी कि उन्हें अभी सबसे पहले अपनी सेहत पर ध्यान देना चाहिए। अब वे समझ चुकी थी कि एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के साथ कैसे रहा जाता है (How to live with ankylosing spondylitis)?
एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (AS) के कारण लेना पडा निर्णय
एलेक्जेंड्रा के मुताबिक, इस परिवर्तन के पीछे एक बडी वजह यह थी कि शिक्षक के रूप में काम करते हुए एलेक्जेंड्रा के लिए एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस को संभालना (How to live with ankylosing spondylitis) मुश्किल हो गया था। उन्हें बार-बार डॉक्टर के पास जाना पडता था।
डेली मेडिकेशन (Daily Medication), दर्द (Pain) और स्कूल में बीमार होने की आशंका के बीच उन्हें यह लगा कि वह अपने छात्रों के लिए उम्मीद के मुताबिक अपनी भूमिका नहीं निभा पाएंगी।
नए हाइब्रिड जॉब में अपना पद संभालने के बाद उन्हें यह महसूस हुआ कि AS पर बेहतर नियंत्रण (Better control over ankylosing spondylitis) रखना और बीमारी का प्रबंधन (Management of Ankylosing Spondylitis) करना उनके लिए ज्यादा आसान हो गया है। यह उनके जॉब और जीवन दोनों के लिए महत्वपूर्ण था।
नई नौकरी के बाद एएस (AS) के साथ जीने की कला विकसित की
How to live with ankylosing spondylitis
एलेक्जेंड्रा के मुताबिक, अपनी नई भूमिका में आने के बाद उन्होंने आंशिक रूप से अपने घर का काम करना शुरू किया। इससे उन्हें अपनी बीमारी के लक्षणों (Ankylosing spondylitis symptoms) पर तेजी से प्रतिक्रिया करने में सहुलियत होने लगी।
उन्हें डॉक्टर के पास परामर्श के लिए जाना भी पहले के मुकाबले ज्यादा आसान हो गया। नई नौकरी से जुडने के बाद एलेक्जेंड्रा ने एएस (AS) को मैनेज करने के लिए कुछ टिप्स और ट्रिक्स (Tips and Tricks to Manage Ankylosing Spondylitis) सीखने शुरू कर दिए।
एलेक्जेंड्रा ने अपनाया कुछ खास ट्रिक्स
How to live with ankylosing spondylitis
स्टैंडिंग डेस्क (Standing Desk)
एलेक्जेंड्रा के मुताबिक, स्टैंडिंग डेस्क ने उनके जीवन को आसान बनाने में सबसे अधिक मदद की। सैक्रोइलाइटिस (Sacroiliitis) की समस्या के साथ बैठना बेहद असहज हो जाता है। स्टैंडिंग डेस्क का उपयोग (Use of standing desk) करने से उन्हें बार-बार अपनी स्थिति बदलने और बैठकों के दौरान लंबे समय तक खड़े रहने की सुविधा मिल रही थी।
स्ट्रेचिंग (Stretching for Ankylosing Spondylitis)
मीटिंग में लगातार बैठने से जोडों में अकडन (joint stiffness) बढ जाती है। ऐसे में यह जरूरी है कि कुछ अंतराल पर स्ट्रेचिंग की जाए। एलेक्जेंड्रा ने इसी तकनीक को अपनाया। अपने जोड़ों को ढीला रखने के लिए (to keep joints loose) वे मौका मिलते ही अपनी योगा मैट को बिछाकर स्ट्रैच करने लगती।

स्ट्रेचिंग (Stretching) में उन्हें ब्रिज (Bridge), डाउनवर्ड डॉग (Downward Dog) और चाइल्ड पोज (Child Pose) बेहद फादेमंद लगता है। आमतौर पर वह सुबह और दिन के अंत में सबसे ज्यादा शरीर में अकडन (body stiffness) महसूस करती हैं। इसलिए वे उठने के बाद और सोने से ठीक पहले लंबी अवधि तक स्ट्रेचिंग करने की कोशिश करती है।
दोपहर की सैर (Afternoon walk)
आमतौर पर लोग सुबह और शाम को सैर करते हैं लेकिन एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस वॉरियर्स (Ankylosing Spondylitis Warriors) को खुद को सक्रिय रखने के लिए दोपहर को भी सैर की आदत विकसित करने से लाभ मिल सकता है। एलेक्जेंड्रा ने भी यही ट्रिक अपनाया।
जब भी दोपहर में उन्हें समय मिलता है, वे अपने साथ पानी का एक बोतल लेकर लंबी सैर पर निकल जाती हैं। इससे उन्हें मानसिक और शारीरिक आराम (Mental and physical relaxation) मिलता है। इससे उनके रीढ को राहत (spine relief) मिलती है।
एलेक्जेंड्रा के मुताबिक भले ही दर्द और सूजन (pain and inflammation) ज्यादा हो लेकिन उन्होंने यह पाया कि ऐसी स्थिति में भी 20 मिनट की सैर उन्हें दर्द और अकडन को कम करने में मदद करती है।
How to live with ankylosing spondylitis
(यह लेख एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस न्यूज पर शेयर किए गए एलेक्जेंड्रा फेंड्रिच के अनुभव पर आधारित है।)