जानिए गॉलब्लैडर में स्टोन (Gallstone) वाले मरीज किस तरह का आहार ले सकते हैं (Diet for Patients With Gallbladder Stone)
Health Tips, LifeSyle Tips, Diet Tips in Hindi : गॉलब्लैडर में स्टोन (Gallbladder Stone) यानि पित्ताशय की पथरी (Stones in Gallbladder/gallstone) इन दिनों आम समस्या के रूप में उभर रही है। महिलाओं में गॉलब्लैडर में स्टोन की समस्या अधिक देखने को मिल रही है।
पित्ताशय की पथरी (Gallstone) होने से कई बार बहुत समस्याओं का सामना करना पडता है। कई बार इसका दर्द असहनीय भी हो जाता है। हम इस लेख में आपको पित्ताशय में पथरी के कारण (Gallbladder Stone Causes) , इसके लक्षण (Gallbladder Stone Symptom), बचाव (Gallbladder Stone Prevention) और गॉलब्लैडर में स्टोन के लिए उपयोगी आहार (Useful Diet for Gallbladder Stone) के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।
क्यों होता है गॉलब्लैडर में स्टोन (Why Does Stone Occur in Gallbladder)
गॉलब्लैडर स्टोन के प्रकार (Types of GallBladder Stones)
कोलेस्ट्रॉल पथरी (Cholesterol Stone)
पिगमेंट पथरी (Pigment Stone)
पित्ताशय में पथरी क्यों होती है? (Causes of GallBladder Stone)
- पित्ताशय में रासायनिक असंतुलन (Chemical imbalance in Gall Bladder) पित्त पथरी का कारण बन सकता है
- पित्ताशय के पित्त में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol), कैल्शियम ग्लाइकोकोलेट (Calcium Glycocholate) और बिलीरुबिन की मात्रा अधिक (High levels of bilirubin) होने से पित्ताशय की पथरी (Gall Bladder Stone) हो सकता है।
- पित्ताशय में 80 प्रतिशत पथरी कोलेस्ट्रॉल से बनी होती है।
- 20 प्रतिशत पित्त पथरी कैल्शियम ग्लाइकोलेट (calcium glycolate) और बिलीरुबिन (bilirubin) से बनी होती है।
पित्ताशय की पथरी के जटिलताएं (Complications of Gall Bladder Stone)
- गॉलब्लैडर या पित्ताशय की बीमारियां (Gallbladder or Gallbladder Diseases)
पित्ताशय की पथरी (GallStone), बिलियरी डिसकाइनेजिया (Biliary Dyskinesia) और पित्ताशय के कैंसर (Gallbladder Cancer) जैसी पित्ताशय की विभिन्न बीमारियां (Various diseases of the gallbladder) पैदा कर सकती हैं। इससे पित्त (Bile) का प्रवाह रुक सकता है, जिससे पित्ताशय में सूजन और स्कारिंग (inflammation and scarring of the gallbladder) हो सकती है।
लिवर की बीमारी (Liver Disease)
जब पित्त लिवर में वापस आता है, तो यह स्कारिंग और सूजन (scarring and inflammation) पैदा कर सकता है। लगातार ऐसा होने से लिवर में कई तरह की क्षति (Various Types of Liver Damage) हो सकती है।
- गॉलस्टोन पैंक्रियाटाइटिस (Gallstone Pancreatitis)
- पीलिया (Jaundice)
पित्ताशय की पथरी के लक्षण (Symptoms of GallBladder Stone)
- पेट के दाहिने हिस्से में दर्द (Pain in the right side of the abdomen)
- पेट में दर्द (Stomach ache)
- बुखार (Fever)
- जी मिचलाना (Nausea)
- उल्टी होना (Vomiting)
- पीलिया(Jaundice)
- पेशाब का गहरा पड़ना (Darkening of urine)
- मल सफेद या मैले रंग का होना (White or Coudy stool)
- अध्यधिक पसीना आना (Excessive sweating)
- पेट हमेशा भरा हुआ महसूस होना (Always feeling full stomach)
- बार-बार डकार आना (Frequent belching)
गॉलब्लैडर स्टोन का निदान (Diagnosis of GallBladder Stone)
गॉल स्टोन से बचने के उपाए (Gallbladder Stone Prevention)
- गरिष्ट भोजन न करें।
- एकबार के बदले छोटे-छोटे आहार लें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं।
- नियमित व्यायाम करें।
- पर्याप्त नींद लें।
- शराब और धुम्रपान से परहेज रखें।
- पौष्टिक और फाइबर युक्त आहार लें।
गॉलब्लैडर में स्टोन है तो कैसी डाइट लें? (Diet for people with stones in gallbladder)
गॉल स्टोन मरीजों के लिए आहार चार्ट (Diet Chart for Gallstone Patients)
ब्रेकफास्ट: (Breakfast) | 4 इडली+सांभर/ ब्राउन ब्रेड+लो-फैट चीज/ उबले अंडे/ उपमा+लो-फैट मिल्क |
---|---|
मिड-मील: (Mid-meal) | काले चने/ फल/ स्प्राउट्स/ दही फ्रूट+सलाद |
लंच: (Lunch) | दही+वेजिटेबल सलाद/ एक कप चावल+सलाद/ एक कप दाल+पालक सब्जी+दही/ 2 रोटी+सब्जी+सलाद/ पुलाव+सोया चंक करी |
ईवनिंग-मील: (Evening-meal) | पोहा/ फल/ 2 ओटमील बिस्किट |
डिनर: (Dinner) | उपमा/ बीन्स की सब्जी/ रोटी+टमाटर की सब्जी/ रोटी+भिंडी की सब्जी/ मिक्स वेजिटेबल सब्जी+रोटी |
इस तरह अपनी डाइट मैनेज कर सकत हैं गॉलस्टोन वाले मरीज (Foods for people with stones in gallbladder)
- दूध की जगह सोया मिल्क लें।
- सब्जियों में आप बीन्स और पत्तेदार सब्जी जैसे पत्तागोभी या पालक लें।
- होल ग्रेन में ब्राउन राइस, होल ग्रेन ब्रेड खाया जा सकता है।
- हेल्दी फैट्स में फिश ऑयल, ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- खाने में फाइबर (Fiber in food) वाले ताजे फल और सब्जियों को शामिल करें।
- विटामिन सी (Vitamin C) , कैल्शियम, विटामिन बी (Vitamin B) वाली फल और सब्जियां ज्यादा खाएं।
- लो-फैट प्रोटीन (Low-fat protein) ले सकते हैं जैसे- नट्स, सीड्स, टोफू आदि।
- लो- फैट डेयरी प्रोडक्ट्स (Low-fat dairy products) लें, जैसे-सोया मिल्क, लो-फैट मिल्क, बादाम मिल्क आदि।
गॉलब्लैडर में स्टोन होने पर इसे खाने से बचें (Avoid these foods if you have stones in gallbladder)
- जंक फूड, स्वीट ड्रिंक्स को अवॉइड करें।
- चाय, कॉफी या एल्कोहॉल का सेवन नहीं करना चाहिए।
- ऐसे फूड्स को अवॉइड करना चाहिए, जिसे खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है।
- ब्रेड, पास्ता नहीं खाना चाहिए।
- क्रीमी सॉस, चीज़, मेयोनीज़ भी अवॉइड करें।
- आइसक्रीम, केक, बिस्किट, कोकोनट या पॉम ऑयल अवॉइड करें।
- फ्राइड चिकन, पोटैटो फ्राइस, सॉसेज से भी दूर रहें।
- हाई-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे फुल फैट मिल्क को अवॉइड करें।
- पीनट ऑयल भी अवॉइड करें।
गॉलस्टोन सर्जरी से पहले कैसी डाइट होनी चाहिए? (Diet before gallbladder stone surgery)
- आराम से धीरे-धीरे खाने को अच्छी तरह से चबाकर खाएं।
- सर्जरी से पहले फाइबर इंटेक पर ध्यान दें। जैसे- फल, सब्जियां खाएं।
- होल ग्रेन फूड्स जैसे – ओट्स, का सेवन भी कर सकते हैं।
- एकबार में ज्यादा और हैवी खाना न खाएं।
- ज्यादा फैटी फूड न खाएं, जिसे पचने में समय लगता है।
- ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करें।
- रिफाइंड कॉर्ब्स और शुगर को कम से कम रखें।
- सर्जरी के बाद डाइट को हल्का रखें।
गॉलस्टोन की सर्जरी के बाद इन बातों का रखें ख्याल (Things in Mind After Gallstone Surgery)
- सर्जरी के बाद 4 से 6 हफ्ते तक भारी आहार न लें।
- कम फैट वाले आहार लें
- हल्के और सॉफ्ट फूड खाएं
- शुगर से परहेज रखें
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
- अधिक प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ लें।