Thursday, November 14, 2024
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Diabetic Sores को तेजी से भरता है पालक, अध्ययन में मिली जानकारी

मधुमेह से जूझ रहे लोगों में पुरानी घाव होती है बडी समस्या

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Diabetic Sores को ठीक करने में हरी पत्तेदार सब्जियों की भूमिका अहम

नई दिल्ली। Diabetic Sores को तेजी से ठीक करने में हरी पत्तेदार सब्जियों की अहम भूमिका के बारे में जानकारी सामने आई है। प्रतिष्ठित जर्नल साइंटिफिक रिपोर्ट्स में हाल ही में प्रकाशित एक अभूतपूर्व अध्ययन का जिक्र किया गया है। अध्ययन के केंद्र में पालक को रखा गया था। शोधकर्ताओं को अध्ययन के जरिए यह जानकारी मिली है कि मधुमेह के मरीजों में होने वाले पुराने घाव (diabetic wounds) को भरने में पालक जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां विशेष भूमिका निभा सकती हैं।

हरी सब्जियां त्वचा के अल्सर की रिकवरी में फायदेमंद

Diabetic Sores को तेजी से भरता है पालक, अध्ययन में मिली जानकारी
Diabetic Sores को तेजी से भरता है पालक, अध्ययन में मिली जानकारी | Photo : freepik

वैज्ञानिकों के मुताबिक मधुमेह रोगियोें में होने वाले घाव (Diabetic Sores)  बहुत बडी समस्या बनते हैं। इनकी देखभाल ठीक से नहीं की गई तो स्थिति बिगड भी सकती है। सबसे खास बात यह है कि मधुमेह रोगियों में होने वाला घाव आसानी से नहीं भरता है लेकिन इस रिसर्च में यह पता चला है कि इन घावों  और खासकर मधुमेह रोगियों में होने वाली त्वचा अल्सर की रिकवरी प्रकिया को तेज करने में पालक (Spinach heals diabetic wounds faster) महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इनका अर्क मधुमेह मरीजों में होने वाली त्वचा अल्सर और घावों को तेजी से भरने में मदद कर सकता है।

चूहों पर किया गया अध्ययन

वैज्ञानिकों ने यह अध्ययन माउस मॉडल (mouse model) पर किया है। इसमें पालक के दो प्रकार के अर्क (Extract) का परीक्षण किया गया। एक जल-आधारित (जलीय) और दूसरा अल्कोहल-आधारित। शोधकर्ताओं ने पाया कि दोनों अर्क उपचार प्रक्रिया में मदद करते हैं। इन दोनों में से अल्कोहल-आधारित अर्क को बेहतर पाया गया है।

अध्ययन में 72 वयस्क चूहों का इस्तेमाल किया और उन्हें छह अलग-अलग समूहों में विभाजित किया गया। समूह ई और समूह एफ के चूहों, दोनों को मधुमेह नहीं था। इन समूहों को मधुमेह की शुरुआत से पहले और बाद में, दो महीने की अवधि के लिए ये अर्क दिए गए। हालाँकि, यह ध्यान देने योग्य है कि अध्ययन अवधि के अंत तक सभी समूहों के बीच घाव भरने में कोई महत्वपूर्ण अंतर नहीं था।

विशेषज्ञों के मुताबिक, मधुमेह के मरीजों में अल्सर लंबे समय तक बना रह सकता है। यह महीनों तक रह सकता है और कई बार वर्षों तक यह समस्या बनी रह सकती है। अल्सर और घाव की समस्या मधुमेह से प्रभावित लगभग 15 प्रतिशत लोगों और संपूर्ण वैश्विक आबादी के लगभग 6.3 प्रतिशत लोगों को प्रभावित करता है। कुछ गंभीर स्थितियों में ये अल्सर या घाव की वजह से प्रभावित अंगों को काटने की भी नौबत आ सकती है। इसलिए इन मरीजों में होने वाले घावों और अल्सर को विशेषज्ञ शीघ्र भरने की सलाह देते हैं।

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पालक की शक्ति

पालक में विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट, ग्लूटामाइन (glutamine) और जिंक जैसे सभी प्रकार के बेहतरीन यौगिक (compound) मौजूद होते हैं। ये शक्तिशाली पोषक तत्व ही हैं, जो इस सब्जी को घावों को भरने के मामले में प्रभावी बनाते हैं। हालांकि, पालक ऐसे अल्सर और घाव पर किस प्रकार काम करता है, इसकी सटीक जानकारी अभी वैज्ञानिकों के पास नहीं है। पालक सूजन से लड़ने, प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और शरीर को अधिक कोलेजन (collagen) बनाने में मदद करता है। घावों को भरने के लिए यह सभी बेहद महत्वपूर्ण हैं।

अध्ययन से मिली नई आशा

इस अध्ययन के निष्कर्षों ने मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों में घाव भरने की प्रक्रिया तेज करने के मामले में चिकित्सा समुदाय को नई आशा दी है। जबकि, शोध चूहों पर किया गया था, वैज्ञानिक मनुष्यों में पालक के अर्क के संभावित उपयोग के बारे में आशावादी बने हुए हैं। पंजीकृत आहार और पोषण विशेषज्ञों ने मधुमेह वाले व्यक्तियों में घाव के बेहतर उपचार के लिए सामान्य रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने के महत्व पर प्रकाश डाला है। इस मामले को लेकर वैज्ञानिक और जानकारियों का पता लगाने के लिए आगे के शोध कार्यों में जुटे हुए हैं।

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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

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