AIIMS दिल्ली में Robotic Surgery प्रशिक्षण़ चिकित्सकों को बनाएगा और अधिक हुनरमंद
Da Vinci Training AIIMS : क्यों यह महत्वपूर्ण है?
SET सुविधा में क्या-क्या मिलेगा
- सिम्युलेटर-आधारित मौलिक कौशल अभ्यास (basic skills)
- मानवीय प्रतिकृति और cadaver/wet-lab अभ्यास (wet-lab)
- विशेषज्ञता-आधारित प्रक्रियात्मक प्रशिक्षण (procedural training)
- मेंटरशिप के साथ supervised ऑपरेशनल-सत्र
Also Read :
AIIMS Da Vinci Training : प्रशिक्षण प्रक्रिया
- आवेदन और शॉर्टलिस्टिंग — संबंधित विभाग प्रशिक्षण सत्रों के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी करेगा।
- बेसिक सिम्युलेटर प्रशिक्षण — हाथ-आँख-सामंजस्य, बेसिक टूल-हैंडलिंग, सिम्युलेटर पर स्कोर-आधारित अभ्यास।
- मानव-प्रतिकृति / वेट-लैब अभ्यास — छोटे वाक्य/प्रोसीजर का वास्तविक-जैसा अभ्यास।
- विशेषता-आधारित मॉड्यूल — urology, gynaecology, oncology आदि प्रत्येक के लिए अलग मॉड्यूल।
- मेंटरशिप-ओरिएंटेड केस-सत्र — अनुभवी सर्जन के मार्गदर्शन में supervised केस अभ्यास।
- परीक्षण और सर्टिफिकेशन — मानकीकृत मूल्यांकन के बाद दक्षता की पुष्टि।
प्रशिक्षण (AIIMS Robotic Assisted Surgery Da Vinci Training) के हर चरण में emphasis होगा ‘सुरक्षित अभ्यास’ और ‘प्रमाणित मानदंड’ पर आधारित होगा ताकि जब प्रशिक्षु स्वतंत्र ऑपरेशन करें तो रोगी-सुरक्षा पर कोई समझौता न हो।
AIIMS के अधिकारी क्या कह रहे हैं?
डा. एम. श्रीनिवास, AIIMS के निदेशक, ने कहा कि यह प्रशिक्षण केंद्र शल्य शिक्षा और नवाचार में AIIMS की नेतृत्व क्षमता को मजबूत करेगा। उन्होंने बताया कि पहले प्रशिक्षुओं को विदेशी संस्थानों तक जाना पड़ता था; अब यही प्रशिक्षण देश में उपलब्ध होगा जिससे समय व लागत दोनों की बचत होगी। इस पहल से न केवल सर्जिकल दक्षता बढ़ेगी बल्कि मरीजों के उपचार परिणामों में भी सुधार की उम्मीद है।
“रोबोटिक-सहायता शल्य ने ऑपरेशन की सटीकता और नियंत्रण बेहतर किए हैं। यह प्रशिक्षण नए सर्जनों को आत्मविश्वास और सही तकनीक प्रदान करेगा जिससे मरीज सुरक्षा बढ़ेगी।”
– डा. अमलेश सेठ (विभागाध्यक्ष, यूरोलॉजी)
AIIMS Robotic Assisted Surgery : इस पहल के संभावित फायदे और चुनौतियाँ
Da Vinci Training : लाभ
- प्रशिक्षुओं को आधुनिक तकनीक पर स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षण मिलेगा।
- सर्जिकल सटीकता बढ़ेगी; छोटे चीरे, कम खून बहना और कम रिकवरी समय मिलने की संभावना।
- सरकारी संस्थान में प्रशिक्षण से देश भर के अस्पतालों में कौशल फैलाने में मदद मिलेगी।
चुनौतियाँ
- उच्च लागत: रोबोटिक सिस्टम महँगा है, और रख-रखाव पर ध्यान देना होगा।
- प्रशिक्षकों और तकनीशियनों की उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी।
- प्रशिक्षण के मानकीकरण (standardization) पर लगातार कार्य करना होगा ताकि हर प्रशिक्षु समान स्तर पर पहुँचे।
| विशेषता | विवरण |
|---|---|
| उपलब्ध रोबोट | दा विंची (da Vinci) और हुगो (Hugo) प्रशिक्षण रोबोट। |
| लक्षित उपयोगकर्ता | रेजिडेंट (residents), फेलो, सर्जन, नर्स और ओटी टीम |
| प्रशिक्षण के तरीके | सिम्युलेटर, मॉड्यूल-आधारित कोर्स, wet-lab/ dry-lab, मेंटरड सत्र |
| मुख्य उद्देश्य | सर्जिकल सटीकता बढ़ाना, मरीज रिकवरी समय घटाना, सुरक्षा बढ़ाना |
कौन-कौन सीख सकता है (लाभार्थी)
निष्कर्ष : Da Vinci Training
जिज्ञासा


