Monday, January 20, 2025
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DELHI AIIMS ने रोबोटिक सर्जरी के क्षेत्र में बनाया रिकॉर्ड

एम्स ने अपनी इस उपलब्धि से देश के निजी अस्पतालों को भी पीछे छोड दिया है।

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DELHI AIIMS के सर्जिकल विभाग ने दो महीने में की 104 रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery)

Delhi Aiims, Delhi News in Hindi, New Delhi Aiims News : दिल्ली एम्स ने रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) के क्षेत्र में नया रिकॉर्ड कायम किया है। महज दो महीने से भी कम समय में एम्स के सर्जरी विभाग ने 104 रोबोटिक सर्जरियां कर डाली।

रोबोटिक सर्जरी के क्षेत्र में निजी अस्पतालों से आगे निकला एम्स 

एम्स (AIIMS) ने अपनी इस उपलब्धि से देश के निजी अस्पतालों को भी पीछे छोड दिया है। एम्स के सर्जिकल डिसिप्लिन विभाग के प्रमुख डॉ सुनील चुम्बर (Dr. Sunil Chumber) के मुताबिक महज 60 दिनों में ही 104 रोबोटिक सर्जरियां की गई है, जो अस्पताल के कर्मचारियों के अथक प्रयासों से संभव हो पाया है। डॉ चुम्बर ने कहा कि उन्हें अपनी टीम के समर्पण पर गर्व है।
DELHI AIIMS ने रोबोटिक सर्जरी के क्षेत्र में बनाया रिेकॉर्ड
रोबोटिक सर्जरी के क्षेत्र में बनाया रिेकॉर्ड

रोबोटिक सर्जरी की विशेषता 

रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) की प्रक्रिया से गुजरने के बाद मरीज परंपरागत सर्जरी के मुकाबले जल्दी रिकवरी करता है। मरीजों को अस्पताल में भी कम रहना पडता है। वहीं सर्जनों के लिए यह तकनीक किसी गेम चेंजर से कम नहीं है। इस तकनीक से सर्जरी कम समय में हो जाती है, जिससे सर्जन ज्यादा शारीरिक और मानसिक थकान नहीं होती है।
लंबी अवधि तक सर्जरियां करने के कारण सर्जनों को पीठ दर्द जैसी समस्याओं से भी गुजरना पडता है। जबकि, रोबोटिक सर्जरी आराम से बैठकर किया जा सकता है। परंपरागत सर्जरी के मुकाबले रोबोटिक सर्जरी की सटीकता भी अधिक होती है। वहीं मरीज के शरीर की सर्जिकल साइट्स को भी सर्जन 3D तकनीक की मदद से बेहद स्पष्ट देखने में सक्षम होते हैं।
एम्स (Delhi AIIMS) ने रोबोटिक तकनीक (robotic technology) का इस्तेमाल करते हुए गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी, हेपेटोबिलरी सर्जरी, हर्निया की मरम्मत, थायरॉयड और गर्दन की सर्जरी और यहां तक ​​कि जटिल थोरैसिक सर्जरियां भी की है। एम्स के इस सफलता की कहानी अस्पताल की नवाचार और रोगी देखभाल के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को उजागर करती है।

नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

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