Sunday, June 15, 2025
HomeNewsDelhiIntergenerational Bonds: भारत में क्यों कमजोर हो रहे हैं पीढ़ियों के रिश्ते?

Intergenerational Bonds: भारत में क्यों कमजोर हो रहे हैं पीढ़ियों के रिश्ते?

यह रिपोर्ट भारत में बुजुर्गों और युवाओं के रिश्तों पर आधारित अब तक का सबसे व्यापक राष्ट्रीय अध्ययन है।

Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now

HelpAge India की रिपोर्ट ने खोली ‘Intergenerational Bonds’ की जटिलताएं

विश्व वृद्ध दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस (15 जून) से पहले HelpAge India ने ‘Understanding Intergenerational Dynamics & Perceptions on Ageing’ यानी India Intergenerational Bonds (INBO) Report जारी की है।

यह रिपोर्ट (Intergenerational Bonds) भारत में बुजुर्गों और युवाओं के रिश्तों पर आधारित अब तक का सबसे व्यापक राष्ट्रीय अध्ययन है।

इस अध्ययन में 5798 शहरी उत्तरदाताओं को शामिल किया गया, जिनमें 70% युवा (18–30 वर्ष) और 30% बुजुर्ग (60 वर्ष व अधिक उम्र के) थे। रिपोर्ट 10 मेट्रो और नॉन-मेट्रो शहरों: दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, अहमदाबाद, कानपुर, नागपुर और मदुरै में की गई।

क्या कहती है रिपोर्ट,  अनुभव और दूरी का द्वंद्व

रिपोर्ट का निष्कर्ष बताता है कि “सम्मान” एक मूल भावना तो है, लेकिन “सुनना और शामिल करना” अभी भी बहुत कमजोर पहलू हैं। बुजुर्गों के कथन “हमें बताया जाता है, पूछा नहीं जाता” पीढ़ियों के बीच के मौन संघर्ष को उजागर करता है।

CEO रोहित प्रसाद कहते हैं

“Intergenerational Bonds को फिर से मजबूत करने का मौका हमारे पास है, यह सिर्फ बुजुर्गों की मदद की बात नहीं, बल्कि साझा विकास की प्रक्रिया हो सकती है।”

HelpAge का #GenerationsTogether अभियान

  • युवाओं को बुजुर्गों के साथ जोड़ता है
  • डिजिटल साक्षरता, वॉलंटियरिंग और साझा शिक्षा को बढ़ावा देता है

COO प्रतीप चक्रवर्ती ने कहा

“मीडिया में बुजुर्गों की छवि केवल हास्य या निर्भरता तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। हम सभी को मिलकर आयु-सकारात्मक सोच को समाज में स्थापित करना होगा।”


Also Read : 

 Medical Research : मौत (Death) से पहले नाक देता है हैरान करने वाले संकेत 

 Aiims Delhi: सरकारी अस्पतालों में Online OPD Registration के आसान तरीके 

 Delhi Aiims : उम्र है 50 के पार और करते हैं धुम्रपान तो Aiims को है आपकी तलाश


रिपोर्ट की प्रमुख झलकियां (Intergenerational Bonds रिपोर्ट के आंकड़े)

Intergenerational Bonds: भारत में क्यों कमजोर हो रहे हैं पीढ़ियों के रिश्ते?
भारत में क्यों कमजोर हो रहे हैं पीढ़ियों के रिश्ते?
विषयविवरण
प्रतिभागियों की संख्या
  • कुल 5798, 70% युवा (18–30 वर्ष) 30% बुजुर्ग (60+ वर्ष)
बुजुर्गों की राय86% को परिवार से सम्मान महसूस होता है लेकिन निर्णयों में शामिल न होने की शिकायत
युवाओं की सोच56% को बुजुर्ग “अकेले” लगते हैं, 48% उन्हें “निर्भर” मानते हैं, 51% उन्हें “ज्ञानी” और 43% “आदरणीय” मानते हैं
संवाद का स्वरूप88% बातचीत आमने-सामने, युवा सबसे ज्यादा दादा-दादी (49%) और माता-पिता (45%) से जुड़े, बुजुर्ग बेटों (50%) और पोतों (40%) से जुड़े
डिजिटल अंतर71% बुजुर्ग बेसिक फोन का प्रयोग करते हैं, 41% के पास स्मार्टफोन, सिर्फ 13% इंटरनेट या सोशल मीडिया पर सक्रिय, केवल 5% ऑनलाइन सेवाएं (जैसे बैंकिंग) का उपयोग करते हैं
डिजिटल रुकावटें66% को तकनीक जटिल लगती है, 51% को गलती का डर, 14% बुजुर्गों के पास कोई डिजिटल डिवाइस नहीं
डिजिटल सहायता54% युवा बच्चे और 52% पोते-पोतियां डिजिटल गाइड की भूमिका निभाते हैं
समय की कमी76% बुजुर्ग और 74% युवा मानते हैं कि व्यस्तता संवाद में बाधा है
समर्थन का भ्रम55% बुजुर्ग कहते हैं कि युवा ATM में मदद करते हैं, लेकिन केवल 23% युवा इसे स्वीकारते हैं, हेल्थ इंश्योरेंस : बुजुर्गों के अनुसार 40%, युवाओं के अनुसार 18%
स्वास्थ्य सहयोग81% बुजुर्ग और 82% युवा मानते हैं कि युवाओं को डॉक्टर के पास साथ जाना चाहिए
भविष्य की चिंता (दोनों पीढ़ियों में)अकेलापन: युवा 69%, बुजुर्ग 68%, खराब स्वास्थ्य: युवा 67%, बुजुर्ग 61%, आर्थिक असुरक्षा: युवा 62%, बुजुर्ग 58%
पारिवारिक जीवन की इच्छा88% युवा भविष्य में परिवार के साथ रहना चाहते हैं, 83% बुजुर्ग वर्तमान या भविष्य में परिवार के साथ रहने के इच्छुक हैं
Value & Respect स्कोरनॉन-मेट्रो युवा: 65.18, मेट्रो युवा: 62.52, औसत: 63.59

निष्कर्ष: क्या सिर्फ साथ रहना ही काफी है?

Intergenerational Bonds केवल शारीरिक नजदीकी पर आधारित नहीं हैं, बल्कि उसमें शामिल है:

  • भावनात्मक सहभागिता
  • निर्णयों में भागीदारी
  • और एक-दूसरे की जीवनशैली को समझने का प्रयास।

भारत की पारिवारिक परंपरा आज भी जीवित है, लेकिन उसे टिकाऊ बनाने के लिए नई पीढ़ी और बुजुर्गों के बीच सुनने, समझने और साथ काम करने की संस्कृति बनानी होगी।

अस्वीकरण (Disclaimer)


नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

 caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

caasindia.in सामुदायिक स्वास्थ्य को समर्पित हेल्थ न्यूज की वेबसाइट

Read : Latest Health News, Breaking News, Autoimmune Disease News, Latest Research, Health Tips, Lifestyle Tips, Food Recipes on https://www.caasindia.in. caas india is a multilingual website. You can read news in your preferred language. Change of language is available at Main Menu Bar (At top of website).
Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now
Ankur Shukla
Ankur Shuklahttps://caasindia.in
Ankur Shukla: The Journalist Who Strikes a Chord with Words and MusicWith over 13 years of rich experience in journalism, Ankur Shukla has carved a niche for himself as a trusted senior journalist, having served with distinction in several leading dailies. His in-depth reporting, especially on the health beat, has earned him prestigious honors like the Indraprastha Gaurav Award and the Swami Vivekananda Award and many more.But Ankur’s talents go far beyond the newsroom. A passionate Indian classical vocalist and a skilled sitar player he effortlessly blends the art of storytelling with the soul of music. And beyond pen and performance, he wears yet another hat — that of a committed social contributor, working actively for the welfare of autoimmune disease patients across the country.
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest Article