उन्नत उपकरणों से यूरोलॉजिकल इलाज में आएगा बड़ा सुधार, मरीजों को मिलेगा बेहतर उपचार
Safdarjung Urology Upgrade पहल के अंतर्गत दिल्ली स्थित वीएमएमसी एवं सफदरजंग अस्पताल को पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (POWERGRID) की CSR योजना के तहत उन्नत यूरोलॉजिकल मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं।
इस साझेदारी के माध्यम से अस्पताल (Safdarjung Hospital) को हाई-एंड डायग्नोस्टिक (High-end diagnostic) और सर्जिकल उपकरणों की आपूर्ति (surgical instruments supplies) की जा रही है जो यूरोलॉजी विभाग की सेवाओं को आधुनिक बनाएंगे। खास बात यह है कि इन उपकरणों से सरकारी अस्पताल में इलाज की गुणवत्ता तो बढ़ेगी ही, साथ ही कम समय में अधिक मरीजों का उपचार भी संभव हो पाएगा।
Safdarjung Urology Upgrade: साझेदारी की प्रमुख बातें और उद्देश्य
POWERGRID और सफदरजंग अस्पताल का समझौता
24 जुलाई 2025 को वीएमएमसी और सफदरजंग अस्पताल ने पावरग्रिड के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। यह सहयोग पावरग्रिड की कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) पहल के तहत हुआ, जिसका उद्देश्य सरकारी चिकित्सा संस्थानों में अधोसंरचना को मजबूत करना और उन्नत चिकित्सा तकनीकों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
इस अवसर पर अस्पताल के निदेशक डॉ. संदीप बंसल ने कहा, “यह साझेदारी न केवल तकनीकी संसाधनों को बेहतर बनाएगी, बल्कि समाज के उन वर्गों तक भी आधुनिक उपचार पहुंचाएगी जो निजी अस्पतालों की ऊंची लागत वहन नहीं कर सकते।”
कौन-कौन से उपकरण मिलेंगे अस्पताल को?
इस साझेदारी के तहत अस्पताल को निम्न उन्नत चिकित्सा उपकरण मिलेंगे, जो यूरोलॉजी विभाग के लिए अत्यंत आवश्यक हैं:
वीडियो यूरोडाइनामिक मशीन (Near Infra Red Spectroscopy सहित)
यह मशीन ब्लैडर से संबंधित समस्याओं का वास्तविक समय में परीक्षण कर सकती है, विशेषकर उन रोगियों के लिए लाभकारी है जिनकी मूत्राशय क्रिया पर तंत्रिका तंत्र का असर होता है।
TRILOGY लिथोट्रिप्टर
यह डिवाइस दो प्रकार की ऊर्जा और सक्शन तकनीक के साथ पत्थरी को तोड़ती है, जिससे ऑपरेशन का समय घटता है और मरीज जल्दी स्वस्थ होते हैं।
थुलियम फाइबर लेजर मशीन
प्रोस्टेट और RIRS ( Retrograde Intrarenal Surgery) प्रक्रियाओं में इस्तेमाल होने वाली यह मशीन कम चीरा और कम रक्तस्राव वाली तकनीक पर आधारित है, जिससे रिकवरी तेज होती है।
पोर्टेबल मोबाइल एंडोस्कोपी यूनिट
3-इन-1 सिस्टम से लैस यह पोर्टेबल यूनिट अस्पताल को 24×7 इमरजेंसी एंडोयूरोलॉजिकल सेवाएं शुरू करने में सक्षम बनाएगी।
फ्लैट पैनल C-Arm, नेफ्रोस्कोप और रेस्कोप सेट
ये सभी उपकरण लगभग 70-80% यूरोलॉजिकल प्रक्रियाओं की रीढ़ की हड्डी माने जाते हैं। अब सफदरजंग अस्पताल में उन्नत लैप्रोस्कोपिक और एंडोस्कोपिक सर्जरी की सुविधा सामान्य हो सकेगी।
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Safdarjung Urology Upgrade: मरीजों को कैसे होगा लाभ?
इलाज तेज, बेहतर और सुलभ
उपकरणों की उपलब्धता से ऑपरेशन के लिए लंबी प्रतीक्षा सूचियों में कटौती होगी।
न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी की वजह से मरीजों को अस्पताल में कम दिन रुकना पड़ेगा।
सटीक डायग्नोसिस से दोहराव वाले परीक्षणों की आवश्यकता कम होगी, जिससे समय और संसाधनों की बचत होगी।
Safdarjung Urology Upgrade: गरीब और वंचित वर्ग को भी मिलेगी हाईटेक सुविधा
सफदरजंग अस्पताल में देशभर से मरीज आते हैं, विशेषकर वे जो निजी चिकित्सा संस्थानों की महंगी फीस नहीं दे सकते। अब इन मरीजों को भी वही तकनीक और उपकरण मिलेंगे जो आमतौर पर महंगे मल्टी-स्पेशलिटी अस्पतालों में ही उपलब्ध होते हैं।
CSR के जरिए स्वास्थ्य में निवेश का प्रभाव
Safdarjung Urology Upgrade: पावरग्रिड के वरिष्ठ अधिकारियों की प्रतिक्रिया

पावरग्रिड के CSR कार्यकारी निदेशक जसबीर सिंह ने कहा, “हम सिर्फ मशीनें नहीं दे रहे, बल्कि एक ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं जो वर्षों तक लाखों मरीजों को लाभ देगी। यह साझेदारी भारत के हेल्थकेयर ढांचे को मजबूत करने की दिशा में हमारा योगदान है।”
पावरग्रिड के HR निदेशक डॉ. यतींद्र द्विवेदी ने कहा, “CSR का असली अर्थ तभी है जब उसका असर जमीनी स्तर पर नजर आए। यह पहल सिर्फ CSR खर्च नहीं, बल्कि नेशन-बिल्डिंग में निवेश है।”
Safdarjung Urology Upgrade: चिकित्सा शिक्षा को भी मिलेगा लाभ
अस्पताल में पढ़ने वाले MBBS और MD/MS छात्रों को इन उपकरणों के जरिए आधुनिक चिकित्सा तकनीकों का प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे भविष्य के डॉक्टर और सर्जन पहले से कहीं अधिक तैयार होंगे।
कार्यक्रम की अन्य महत्वपूर्ण झलकियाँ
MoU हस्ताक्षर समारोह में अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. चारु बंबा, डॉ. आर. पी. अरोड़ा, डॉ. रेखा तिर्के, डॉ. तिलक राज, डॉ. कृष्ण कुमार और DDA श्री अशोक पाल भी मौजूद थे। यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. पवन वासुदेवा ने प्रस्तुति दी और उपकरणों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जो राष्ट्रनिर्माण के प्रति सभी की प्रतिबद्धता का प्रतीक था।
निष्कर्ष
Safdarjung Urology Upgrade के इस प्रयास से यह साबित होता है कि जब कॉर्पोरेट सेक्टर और सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान साथ आते हैं, तो तकनीकी प्रगति और सामाजिक समावेश दोनों ही संभव होते हैं। यह मॉडल देश के अन्य अस्पतालों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकता है।