Strong Bones : कमी से हो सकती है हड्डियों में दर्द
नई दिल्ली।टीम डिजिटल : अगर आप यह समझते हैं कि शरीर में कैल्शियम का स्तर ठीक है और आपकी हड्डियां स्वस्थ (Strong Bones) है, तो इस सोंच को बदलना जरूरी है। कैल्शियम आपकी बोन हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है लेकिन कैल्शियम के साथ कुछ ऐसे खनिज भी हैं, जिनके स्तर में असंतुलन बोन हेल्थ की स्थिति बिगाड सकती है। हम यहां आपको कुछ ऐसे जरूरी तत्वों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो बोन हेल्थ और खासकर बोन में होने वाले पेन के लिहाज से बेहद जरूरी हैं।
हड्डियों से संबंधित समस्या वाले लोग रखें विशेष ध्यान
हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए आमतौर पर कैल्शिन और विटामिन डी को जरूरी बताया जाता है। लोगों को यह इसका ध्यान इसलिए भी रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि कैल्शियम और विटामिन डी का संतुलित स्तर ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव करता है। जिन्हें यह बीमारी पहले से है, उन्हें खासतौर पर इन दोनों तत्वों के संतुलन का ध्यान रखना चाहिए। ऑस्टियोपोरोसिस बोन डेंसिटी को कम कर देता है। जिसकी वजह से बोन का स्ट्रक्चर और क्वालिटी प्रभावित होने लगती है। ऑस्टियोपोरोसिस के अलावा आर्थराइटिस, हड्डियों और जोडों में सूजन से पीडित मरीजो के लिए भी दोनों तत्व जरूरी हैं।
हेल्दी बोन के लिए इनका भी रखें ध्यान

मैग्नीशियम:
ये मिनरल हड्डी मैट्रिक्स में मौजूद होता है और हड्डियों को मजबूत (Strong Bones) रखने में मदद करता है।
पोटेशियम:
पोटेशियम किडनी एसिड-बेस के स्तर को संतुलित रखकर हड्डियों को नुकसान से बचाता है।
विटामिन सी:
यह विटामिन फलों और सब्जियों में प्रचुर मात्रा में पाई जाती है और एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करती है। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है और हड्डियों को टूटने से बचाता है।
फास्फोरस:
हड्डियों के विकास के लिए फास्फोरस का स्तर संतुलित होना बेहद जरूरी है। अपर्याप्त सीरम फॉस्फेट लेवल हड्डियों में मिनरलाइजेशन को कम कर देता है। सीरम फास्फोरस का लो लेवल कुपोषण को बढावा दे सकता है। इससे फ्रैक्चर और ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम बढता है।
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विटामिन के:
यह विटामिन हरी पत्तेदार सब्जियों में मौजूद होती है। यह कार्बोक्सिलेशन के जरिए प्रोटीन को सक्रिय करने में बड़ी भूमिका निभाता है और हड्डियों को स्वस्थ बनाए रखता है।
जिंक:
यह 200 से ज्यादा एंजाइमों की स्ट्रक्चर का एक जरूरी हिस्सा है। इसके अलावा कोलेजन के जनरल सिंथेसिस और हड्डियों के मिनरलाइजेशन के लिए भी बेहद जरूरी होता है।
प्रोटीन:
प्रोटीन का संतुलित स्तर कैल्शियम एब्जॉर्प्शन में सहायता करता है। वहीं, लीन बॉडी मास को बढ़ावा देकर हड्डियों की वेलबीइंग पर पॉजिटिव इफेक्ट भी डालता है।
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