Sunday, June 15, 2025
HomeAnkylosing SpondylitisANKYLOSING SPONDYLITIS में बेहद फायदेमंद है वृक्षासन (Tree Pose)

ANKYLOSING SPONDYLITIS में बेहद फायदेमंद है वृक्षासन (Tree Pose)

वृक्षासन (tree pose) का नियमित अभ्यास (Regular practice of Vrikshasana) बेहद लाभकारी सिद्ध हो सकता है। योगाभ्यास करना शारीरिक और मानिसक दोनों तरह से ही फायदेमंद हो सकता है।

Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now

एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (AS) की शुरूआती अवस्था से ही करें अभ्यास

Benefits of Vrikshasana in Ankylosing Spondylitis : एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (AS) में संपूर्ण शरीर को बीमारी के प्रभाव से बचाने के लिए वृक्षासन (tree pose) का नियमित अभ्यास (Regular practice of Vrikshasana) बेहद लाभकारी सिद्ध हो सकता है। योगाभ्यास करना शारीरिक और मानिसक दोनों तरह से ही फायदेमंद हो सकता है।
हालांकि, इस दौरान (Ankylosing Spondylitis) विशेषरूप से यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि आपका पोश्चर, आसान और श्वास की गति सही रहे। इनमें गलती होने से नुकसान भी होने की आशंका बनी रहती है। वृक्षासन की मुद्रा बेहद सामान्य है, जिसे हम आसानी से कर सकते हैं। इसमें ज्यादा ट्विस्ट और टर्न भी शामिल नहीं है। जिसके कारण कोई भी व्यक्ति इसे आसानी से कर सकता है।

Ankylosing Spondylitis में वृक्षासन के फायदे

ANKYLOSING SPONDYLITIS में बेहद फायदेमंद है वृक्षासन
ANKYLOSING SPONDYLITIS में बेहद फायदेमंद है वृक्षासन | Photo : Canva
  • वृक्षासन के नियमित अभ्यास से शारीरिक और भावनात्मक संतुलन बना रहता है।
  • वृक्षासन पैरों, टखनों, पिंडलियों, घुटनों और जांघों की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है।
  • इस आसन के नियमित अभ्यास से एकाग्रता से संबंधित समस्या में सुधार होता है।
  • साइटिका या अन्य नर्व से संबंधित समस्याओं में भी यह योगाशन फायदेमंद है।
  • वृक्षासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने के साथ उसके प्राकृतिक आकार को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
  • यह आसन घुटने मजबूत बनाता है और हिप ज्वाइंट की कार्यक्षमता को बेहतर करता है।
  • आंखों, कान और कंधों की मजबूती के लिए भी यह आसन लाभकारी है।
  • इस आसन के जरिए छाती की चौडाई को बढाने में मदद मिलती है।
  • यह फेफडों के कार्य में भी सुधार कर सकता है।

वृक्षासन के अभ्यास का सही तरीका | Correct way to practice Vrikshasana

  • स्टेप 1- वृक्षासन के अभ्यास के लिए सीधे खड़े हो जाएं।
  • स्टेप 2- अब दाहिने घुटने को मोड़कर दाएं पैर को बाईं जांघ पर रखें।
  • स्टेप 3- बाएं पैर को सीधा रखें और शरीर का संतुलन बनाएं।
  • स्टेप 4- हाथों को सिर के ऊपर उठाएं और हथेलियों को एक साथ मिलाकर नमस्ते की मुद्रा में लाएं।
  • स्टेप 5- कुछ समय तक इसी अवस्था में रहें और फिर सांस छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं।

अभ्यास के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां | Precautions to be taken during Vrikshasana practice

ANKYLOSING SPONDYLITIS में बेहद फायदेमंद है वृक्षासन
ANKYLOSING SPONDYLITIS में बेहद फायदेमंद है वृक्षासन | Photo : Canva
वृक्षासन का अभ्यास (Ankylosing Spondylitis) हर तरह से सुरक्षित है और हर कोई इसे आसानी से कर सकता है। लेकिन उच्च रक्तचाप (high blood pressure) की शिकायत वाले लोगों को डॉक्टरी सलाह के बाद ही इसे करना चाहिए। उच्च रक्तचाप वाले लोग वृक्षासन के अभ्यास के दौरान हाथों को छाती के पास रखते हुए नमस्ते की मुद्रा में आए लेकिन अपने हाथों को सिर के ऊपर उठाने से बचें। जिन्हें वर्टिगो या माइग्रेन की शिकायत है, वे इस योगा अभ्यास से बचें।

वृक्षासन का सही समय | Right time for Vrikshasana

वृक्षासन का अभ्यास सुबह के वक्त करना फायदेमंद होता है। अगर समय न हो तो आप इसे शाम के वक्त भी कर सकते हैं लेकिन इसे भोजन करने के कम से कम 4 या 6 घंटे के बाद ही करें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आसन करने से पहले शौच कर लिया गया हो और आसन करते वक्त पेट एकदम खाली हो।
विडियो देखें : 

वृक्षासन से पहले और बाद में कौन सा आसन लाभकारी 

वृक्षासन के अभ्यास से पहले त्रिकोणासन, वीरभद्रासन 2 और बद्ध कोणासन करना लाभकारी बताया जाता है। ध्यान रहे कि वृक्षासन के अभ्यास के बाद खड़े होकर किए जाने वाले योगासन ही किया जाना चाहिए।

अस्वीकरण (Disclaimer)


नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

 caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

caasindia.in सामुदायिक स्वास्थ्य को समर्पित हेल्थ न्यूज की वेबसाइट

Read : Latest Health News, Breaking News, Autoimmune Disease News, Latest Research, Health Tips, Lifestyle Tips, Food Recipes on https://www.caasindia.in. caas india is a multilingual website. You can read news in your preferred language. Change of language is available at Main Menu Bar (At top of website).
Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now
Caas India Web Team
Caas India Web Teamhttps://caasindia.in
Welcome to caasindia.in, your go-to destination for the latest health news ankylosing spondylitis treatment in hindi, other health news, articles, health tips, lifestyle tips and lateset research in the health sector.
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest Article