सोमवार, जुलाई 28, 2025
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Monsoon Hepatitis India : दिल्ली‑NCR में 40% मामलों में वृद्धि

विशेषज्ञों ने World Hepatitis Day (28 जुलाई) पर इस मौसमी महामारी को देखते हुए सार्वजनिक सावधानियों, स्वच्छ पेयजल और टीकाकरण पर जोर दिया है।

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Edited By: Ankur Shukla

दिल्ली‑NCR में वायरल Hepatitis के मामले बढे

Monsoon Hepatitis India के संदर्भ में दिल्ली‑NCR में मानसून की शुरुआत होते ही हेपेटाइटिस ए और ई से पीड़ित मरीजों की संख्या लगभग 40 % बढ़ गई है। डॉक्टरों की चेतावनी के अनुसार दूषित पानी और गंदगी के कारण बच्चों, गर्भवती महिलाओं और पहले से लिवर रोगी विशेष रूप से जोखिम में हैं। विशेषज्ञों ने World Hepatitis Day (28 जुलाई) पर इस मौसमी महामारी को देखते हुए सार्वजनिक सावधानियों, स्वच्छ पेयजल और टीकाकरण पर जोर दिया है।

हालात का विश्लेषण : क्यों बढ जाते हैं मानसून में Hepatitis A‑E के मामले?

Monsoon Hepatitis India : मामलों में 40 % वृद्धि की पड़ताल

दिल्ली‑NCR के प्रमुख अस्पतालों में पिछले तीन सप्ताह में तीव्र वायरल hepatitis के मरीजों की संख्या में लगभग 40 % की वृद्धि दर्ज की गई है। विशेषकर OPD में पीलिया, पेट दर्द, उल्टी जैसे क्लासिक लक्षणों में तेज उछाल देखा गया है।

वायरल Hepatitis के मौसमी कारण

मानसून में बारिश के कारण सीवेज और पेयजल की लाइनों का मिलना मुख्य कारण हैं जिससे हेपेटाइटिस A और E वायरस जलजनित होते हैं। खासकर गली‑मोहल्लों में बिकने वाले स्ट्रीट फूड, पानी और भोजन दोनों के जरिए संक्रमण की संभावना हो सकती है।

Monsoon Hepatitis India : Delhi NCR में विशेष जोखिम समूह

रिपोर्ट्स में बताया गया कि ग्रामीण‑शहरी प्रवासी, बच्चे, गर्भवती महिलाएं और पहले से लिवर रोगी अधिक प्रभावित हैं क्योंकि इन समूहों में टीकाकरण और जलस्वच्छता जागरूकता कम होती है।

Dr.Abhideep Chaudhary

“कई मरीज hepatitis vaccination की जरूरत से अनजान थे। विशेषकर ग्रामीण‑शहरी मिक्स इलाकों से आने वाले लोग जोखिम में हैं। HEV गर्भवती महिलाओं में घातक स्थिति पैदा कर सकता है, जबकि HAV कुछ मामलों में लिवर फेल्योर तक पहुँच सकता है।”

– Dr.Abhideep Chaudhary, Vice Chairman & Head, Department of HPB and Liver Transplantation at BLK-Max Hospital, New Delhi

Dr.Sanjiv Saigal

“पिछले महीने की तुलना में hepatitis A‑E मामलों में 30‑40 % बढ़ोतरी देखी गई है। उनका कहना था कि स्वच्छ जल, सुरक्षित भोजन, बढ़िया public sanitation और targeted vaccination अभियान बेहद आवश्यक हैं।”

– Dr.Sanjiv Saigal, President, Liver Transplantation Society of India (LTSI)


आर्थिक और स्वास्थ्य‑नीतिगत परिप्रेक्ष्य

भारत में Hepatitis Epidemiology

भारत में HAV की prevalence 2–52 % तक बताई गई है, जबकि HEV भी प्रीग्नेंट महिलाओं में उच्च दर से पाया गया है। HEV पूरे विश्व में acute hepatitis के प्रमुख कारणों में से एक है।

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ग्रामीण‑शहरी इंफ़्रास्ट्रक्चर अंतर

तेजी से urbanization, पुराने जल नेटवर्क, street‑food सुरक्षा की कमी जैसे कारण urban केंद्रों में outbreaks की संभावना बढ़ाते हैं।

Monsoon Hepatitis India : रिपोर्टिंग और surveillance की कमी

Monsoon Hepatitis India : दिल्ली‑NCR में 40% मामलों में वृद्धि
Monsoon Hepatitis India : दिल्ली‑NCR में 40% मामलों में वृद्धि
Waterborne hepatitis के मामले अक्सर under‑reported होते हैं। timely diagnosis, rapid reporting और public health interventions की कमी दीर्घकालिक लिवर क्षति और mortality बढ़ा सकती है।

🛡️ रोकथाम और सुझाव

💧

साफ और उबला पानी

Swachh, boiled या purified water का सेवन ज़रूरी है।

🧼

हाथ धोने की आदत

खाने से पहले और बाद में साबुन से हाथ जरूर धोएं।

🍲

पका हुआ भोजन

अच्छी तरह से पका हुआ भोजन ही खाएं, कच्चे या सड़क किनारे खाने से बचें।

💉

टीकाकरण अभियान

बच्चों, गर्भवती महिलाओं और लिवर रोगियों के लिए टीका लगवाना अनिवार्य है।

🏫

स्कूल और सामुदायिक जागरूकता

School-based immunization drives और community awareness camps शुरू किए जाएं।

Monsoon Hepatitis India : लोगों को सतर्क करने वाली सलाह

  • पीलिया, थकान, गहरे रंग का पेशाब, भूख में कमी आदि लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें
  • myth “पीलिया अपने आप ठीक हो जाएगा” को ख़त्म करें
  • early diagnosis से liver फेल्योर जैसी complications टाली जा सकती हैं

Monsoon Hepatitis India : स्थानीय प्रशासन की भूमिका

  • जल परीक्षण और जल आपूर्ति संरचना की सुधार
  • schools और community centers में hygiene प्रशिक्षण
  • सार्वजनिक toilets, drainage maintenance, flood‑management नीतियाँ सख़्ती से लागू करें

मॉनसून के दौरान भविष्य की रणनीति

  • नियमित surveillance एवं outbreak preparedness
  • Integrated Disease Surveillance Programme (IDSP) जैसे Plateforms के जरिए hepatitis A‑E मामलों की लगातार निगरानी और reporting सुनिश्चित करें।

स्वास्थ्य शिक्षा एवं जागरूकता

Public campaigns, NGOs और health advocacy groups मिलकर alerts, pamphlets, camps आयोजित करें। शहरी स्लम और flood‑prone इलाकों तक outreach जरूरी है।

Monsoon Hepatitis India : राज्य‑स्तरीय vaccination नीति

HAV vaccine बच्चों और उच्च‑जोखिम समूहों में शामिल करें। HEV के लिए फिलहाल specific vaccine नहीं व्यापक रूप से उपलब्ध, इसलिए preventive hygiene ही मुख्य रणनीति होनी चाहिए।

जिज्ञासा

Q1: क्या hepatitis A और E के लिए vaccines उपलब्ध हैं?

hepatitis A के लिए vaccine उपलब्ध है और इसे बच्चों/युवा वयस्कों में लगाया जा सकता है। hepatitis E का व्यापक vaccine अभी भारत में उपलब्ध नहीं है, इसलिए hygiene और जल सुरक्षा ही प्रमुख रोकथाम है।

Q2: monsoon hepatitis india से बचाव के उपाय क्या हैं?

boiled या purified पानी पिएं, हाथ धोएं, स्ट्रीट फूड से बचें, vaccination करवाएं और किसी भी पीलिया जैसे लक्षण पर चिकित्सीय परामर्श लें।

Q3: गर्भवती महिलाएँ कितनी जोखिम में रहती हैं?

काफी अधिक hepatitis E गर्भवती महिलाओं में acute liver failure तक पहुचा सकती है। सावधानी से filtered पानी पिएं और symptomatic होने पर तुरंत जांच कराएं।

Q4: दिल्ली‑NCR में अभी vaccination campaign चल रहे हैं क्या?

विशेषज्ञों के मुताबिक, अनुसार targeted awareness और vaccination drives NGO और सरकारी प्रयासों में शामिल हैं, लेकिन व्यापक स्कूल‑based immunization campaigns की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

इस monsoon hepatitis india रिपोर्ट से स्पष्ट है कि दिल्ली‑NCR में मानसून के दौरान हेपेटाइटिस A एवं E के मामलों में 40 % तक की वृद्धि हुई है, जिससे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और पहले से जिगर रोगियों को विशेष जोखिम है। ये संक्रमण जलजनित होते हैं और उन्हीं की वजह से मौसमी उछाल आता है।
रोकथाम का आधार है सुरक्षित पेयजल, स्वच्छता, सावधानी, जागरूकता और vaccination, साथ ही सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रबंधन में सुधार। World Hepatitis Day का यह अवसर हमें याद दिलाता है कि अस्पतालीन उपचार से ज्यादा जरूरी है सामुदायिक उपायों और संरचनात्मक सुधारों की दिशा में तत्काल और निर्णायक कदम उठाना।

अस्वीकरण (Disclaimer)


नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

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Kavya Singh
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Kavya Singh: Blending Poetry with Journalism, Flavor with Stories : Kavya Singh is not just a journalist she's a storyteller who weaves facts with feelings and sprinkles creativity into everything she writes. With dual degrees in Journalism and Home Science, Kavya brings a rare blend of sharp narrative skills and deep cultural understanding to the world of feature writing.While most journalists chase the conventional beats of politics or crime, Kavya follows a road less traveled feature journalism. She believes that the most meaningful stories are found not in headlines but in the everyday rhythm of life.
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