Saturday, July 27, 2024
HomeNewsDelhiSafdarjung Hospital में पहली बार हुआ Incompatible Kidney Transplant

Safdarjung Hospital में पहली बार हुआ Incompatible Kidney Transplant

मरीज की किडनी दो वर्ष पहले फेल हो गई थी और वह 6 महीने से डायलिसिस (dialysis) पर था। ट्रांसप्लांट की जटिलता (Transplant Complications) यह थी कि जहां पत्नी का ब्लड ग्रुप एबी पॉजिटिव था, वहीं पति का ग्रुप बी पॉजिटिव था।

Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now

Safdarjung Hospital (SJH) में वर्ष 2013 से शुरू हुआ था किडनी प्रत्यारोपण का सिलसिला

Safdarjung Hospital News : सफदरजंग अस्पताल ने किडनी प्रत्यारोपण (kidney transplant) के मामले में नई उपलब्धि हासिल की है। इस बार अस्पताल ने एबीओ असंगत किडनी प्रत्यारोपित (ABO incompatible kidney transplant) करने का कारनामा कर दिखाया है।
इस अस्पताल में पहली बार ऐसा किडनी प्रत्यारोपित किया गया, जिसमें दाता और प्राप्तकर्ता के रक्त समूह अलग (Donor and recipient have different blood groups) थे। सफदरजंग अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण की शुरूआत वर्ष 2013 में हुई थी।

पत्नी ने पति को दी अपनी किडनी 

इस सफलता से उत्साहित अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर वंदना तलवार (Medical Superintendent Dr. Vandana Talwar) ने बताया कि एबी पॉजिटिव ब्लड ग्रुप (AB positive blood group) वाली 28 वर्षीय महिला ने अपने 43 वर्षीय पति को किडनी दान की। उनके पति का ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव (B positive) है।
पहली बार हुआ Incompatible Kidney Transplant
पहली बार हुआ Incompatible Kidney Transplant | Photo : freepik
सफदरजंग अस्पताल (Safdarjung Hospital) में अंग प्रत्यारोपण की प्रभारी अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वंदना चक्रवर्ती (Additional Medical Superintendent in charge of organ transplant Dr. Vandana Chakraborty) ने बताया कि यह किडनी प्रत्यारोपण सफल रहा। ऑपरेशन के दूसरे दिन तक किडनी के पैरामीटर सामान्य हो गए और मरीज को बिना किसी जटिलता के छुट्टी दे दी गई। वीएमएमसी और एसजेएच की प्रिंसिपल डॉ. गीतिका खन्ना (Dr. Geetika Khanna, Principal of VMMC and SJH) ने ट्रांसप्लांट टीम के प्रयासों की सराहना की।

दो वर्ष पहले मरीज का किडनी हो गया था फेल 

मरीज की किडनी दो वर्ष पहले फेल हो गई थी और वह 6 महीने से डायलिसिस (dialysis) पर था। ट्रांसप्लांट की जटिलता (Transplant Complications) यह थी कि जहां पत्नी का ब्लड ग्रुप एबी पॉजिटिव था, वहीं पति का ग्रुप बी पॉजिटिव था। यूरोलॉजी के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. पवन वासुदेवा (Dr. Pawan Vasudeva, Professor and Head of Urology) ने कहा, ब्लड ग्रुप अलग होने के कारण इस मामले में कई तरह की चुनौतियां थी।
पति (मरीज) के शरीर में पहले से ही एंटीबॉडीज थीं, जो पत्नी की किडनी को अस्वीकार कर सकती थीं। नतीजतन, प्रत्यारोपण विफल हो सकता था। नेफ्रोलॉजी के प्रोफेसर और यूनिट हेड डॉ. राजेश कुमार (Professor of Nephrology and Unit Head Dr. Rajesh Kumar) ने कहा, पति में एंटीबॉडी के उच्च स्तर को कम करने के लिए डिसेन्सिस्टाइजेशन की एक प्रक्रिया की गई ताकि प्रत्यारोपण का प्रयास किया जा सके।

इन विशेषज्ञों की टीम ने किया सफल प्रत्यारोपण 

प्रत्यारोपण टीम (transplant team) का नेतृत्व यूरोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. पवन वासुदेवा (Dr. Pawan Vasudeva, HOD of Urology Department) ने की। इनके साथ नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रोफेसर हिमांशु वर्मा, नेफ्रोलॉजी के यूनिट हेड डॉ. राजेश कुमार ने दिया।
इसके अलावा डॉ. सुशील गुरिया की अध्यक्षता वाली एक टीम द्वारा एनेस्थीसिया सहायता प्रदान की गई। यूरोलॉजी के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. पवन वासुदेवा ने कहा कि यह सब चिकित्सा अधीक्षक, सफदरजंग अस्पताल डॉ. वंदना तलवार, प्रिंसिपल डॉ. गीतिका खन्ना और अतिरिक्त एमएस डॉ. वंदना चक्रवर्ती के निरंतर समर्थन और प्रोत्साहन के कारण ही संभव हो पाया है।

किडनी की समस्या से ऐसे करें बचाव

किडनी शरीर का एक प्रमुख अंग है। किडनी की समस्या या किडनी फेलियर से बचने के लिए यह जरूरी है कि सेहत का खास ख्याल रखा जाए। विशेषतौर से मधुमेह के मरीजों को ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर लेवल को नियंत्रित रखना चाहिए। इसके साथ ही जरूरी है कि बिना डॉक्टर के परामर्श के अपने आप किसी भी तरह की दवाई का सेवन ना करें।


नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

caasindia.in सामुदायिक स्वास्थ्य को समर्पित हेल्थ न्यूज की वेबसाइट

Read : Latest Health News|Breaking News|Autoimmune Disease News|Latest Research | on https://www.caasindia.in|caas india is a multilingual website. You can read news in your preferred language. Change of language is available at Main Menu Bar (At top of website).
Join Whatsapp Channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
Follow Google News Join Now
Caas India - Ankylosing Spondylitis News in Hindi
Caas India - Ankylosing Spondylitis News in Hindihttps://caasindia.in
Welcome to caasindia.in, your go-to destination for the latest ankylosing spondylitis news in hindi, other health news, articles, health tips, lifestyle tips and lateset research in the health sector.
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest Article