कालाबाजारी रोकने के लिए एनपीपीए का Medicines Rate Cut Down का निर्णय
Medicine Price News in Hindi : केंद सरकार (central government) ने बडी राहत देते हुए 100 से अधिक दवाइयों के दाम कम करने का फैसला (Decision to reduce the prices of more than 100 medicines) लिया है। दवाइयों के दाम में आई इस कमी से सीधे तौर पर आम लोगों को फायदा होगा।
नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइजिंग ऑथारिटी (NPPA) ने नया नोटिफिकेशन जारी किया है। जिसमें अंग्रेजी दवाओं की कालाबाजारी को रोकने (To stop black marketing of English medicines) के लिए 69 फॉर्मूलेशन के दाम तय (Prices of 69 formulations fixed) किए गए हैं।
NPPA (National Pharmaceutical Pricing Authority) ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर यह जानकारी दी है कि जिन दवाइयों की कीमत तय की गई है, उनमें डायबिटीज, पेन किलर, बुखार और हार्ट, जोड़ो के दर्द की दवा अब सस्ती (Medicines Rate Cut Down) (Pain medicine now cheaper) होगी। इसके साथ ही 4 स्पेशल फीचर उत्पादों को भी मंजूरी दे दी गई है।
Medicine Price News : Vitamin D और कैल्शियम के भी दाम होंगे कम
Medicine Price News : 100 से अधिक दवाइयां होंगी सस्ती, NPPA ने जारी किया फरमान | Photo : Canva
NPPA ने 69 नए फॉर्मुलेशन की खुदरा मूल्य और 31 की सीलिंग प्राइस तय (Retail price of 69 new formulations and ceiling price of 31 fixed) कर दी है। सस्ती हुई इन दवाओं की सूची में कोलेस्ट्रॉल, शुगर, विषरोधी दवाएं, विटामिन डी3, कैल्शियम, दर्द, बुखार, इन्फेक्शन, अत्यधिक ब्लीडिंग रोकने, और बच्चों के एंटीबायोटिक्स को शामिल किया गया है।
Medicines Rate Cut Down : NPPA ने जारी किया कडा फरमान
सरकारी अधिसूचना (government notification) के मुताबिक, नई पैकिंग पर रिवाइस्ड रेट (Revised rate on new packing of medecines) लिखा होगा। डीलर नेटवर्क को भी नई कीमतों के बारे में जानकारी देनी होगी। कंपनियां तय किए गए मूल्य पर सिर्फ जीएसटी ले सकती हैं। वो जीएसटी तभी ले सकती हैं, जब उन्होंने खुद इसके लिए भुगतान किया होगा।
फरवरी की शुरूआत में ही ले लिया था फैसला
यहां बता दें कि देश में कोरोना महामारी के बाद दवाओं के दाम और मेडिकल का खर्च दोगुने से भी अधिक हो चुकी थी। नतीजतन, सरकार ने फरवरी की शुरूआत में ही दवाओं की कीमत को कम (Medicines Rate Cut Down) करने का फैसला ले लिया था। इस एक महीने में दवाइयों की कीमत में यह दूसरी बार कटौती की गई है, जिससे आम आदमी को बडी राहत मिलेगी।
बजट के बाद सरकार ने तत्काल मरीजों और उनके तीमारदारों को राहत देने के लिए कदम उठाए थे। उस समय सरकार ने शुगर के मरीजों को बडी राहत दी थी। इस दौरान शुगर, दर्द, बुखार, हार्ट, जोड़ों के दर्द निवारक तेल, इन्फेक्शन की दवाओं को सस्ता (Medicines Rate Cut Down) किया गया था। उस वक्त भी एजेंसी ने 4 स्पेशल फीचर उत्पादों को मंजूरी दी थी।
क्या है दवाओं के फॉर्मूलेशन का मतलब? What is the meaning of drug formulation?
दवाओं के फॉर्मूलेशन का मतलब किसी बीमारी की दवा में कंपोजिशन से है। यानि, किसी दवा में कौन-कौन से कंपाउंड का सॉल्ट का इस्तेमाल किया गया है। जैसे – डिपाग्लिनफ्लोजिन (dapagliflozin), मेटामॉर्फिन हाइड्रोक्लोराइड और ग्लिमेपिराइड कंपोजिशन से डायबिटीज की दवा बनती है। यानि, डायबिटीज की दवा का यह फॉर्मुलेशन (diabetes medicine formulation) है।
नई अधिसूचना के बाद अब इन तीनों कंपोजिशन की एक दवा की कीमत अब 14 रुपये तय हो जाएगी। जबकि, सिटाग्लिप्टीन फॉस्फेट (sitagliptin phosphate), मेटाफॉर्मिन हाइड्रोक्लोराइड (metformin hydrochloride) और ग्लिमेपिराइड कंबिनेशन वाली दवाओं (glimepiride combination drugs) की कीमत 13 रुपये तक सीमित कर दी जाएगी।
ठीक इसी तरह से 39 फॉर्मुलेशन वाली दवाइयों की कीमत को तय कर दिया गया है। इसके अलावा 31 कंपोजिशन वाली दवाओं की कीमत में सीलिंग (Price ceiling of medicines with 31 compositions) लगाई गई है। जिसके तहत सांप काटने में इस्तेमाल होने वाली एंटीसीरम दवा (Antiserum medicine used in snake bites) अब 428 रुपये से ज्यादा कीमत पर नहीं बेची जा सकेंगी।
जबकि, एचआईवी के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा जिडोवुडाइन (Zidovudine, a drug used to treat HIV), थैलीसीमिया के इलाज में काम आने वाली दवा डिसफेरिऑक्सामाइन (Desferrioxamine, a drug used in the treatment of thalassemia) और अस्थमा के लिए दी जाने वाली दवा का मूल्य भी तय किया गया है।
NPPA क्या है ? What is NPPA
NPPA को वर्ष 1997 में स्थापित किया गया था। इस संस्था का कार्य फार्मा उत्पादों की कीमतों का निर्धारण करना होता है। दवाइयों की कीमत पर यह संस्था नियंत्रण रखने के साथ इनकी निगरानी भी करती है।
अस्वीकरण (Disclaimer)
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