अब हार्ट और न्यूरो मरीजों को पहले से बेहतर मिलेगी सुविधाएं
Delhi Aiims : एम्स (Aiims) ने हार्ट (Heart) और न्यूरो (Neuro) के मरीजों को बडी राहत दी है। इन समस्याओं से पीडित मरीजों के लिए अब अलग और विशेष इमरजेंसी सेवाएं (special emergency services) मिलेंगी। अभी तक ऐसे मरीज जनरल इमरजेंसी में ही उपचार कराने को मजबूर थे। जिसके कारण उन्हें समय पर विशेषज्ञ चिकित्सक की सुविधा मिलने में देरी का भी सामना करना पड रहा था।
पहल से हार्ट और न्यूरो मरीजों को बेहतर उपचार मिल सकेगा। एम्स (Aiims) में आने वाले मरीजों के लिए अब हार्ट और न्यूरो की ओपीडी (Heart and Neuro OPD) मस्जिद मोठ इलाके में नई ओपीडी भवन में होगी। इसके अलावा एम्स प्रशासन ने अब कार्डियोलॉजी की ओपीडी (Cardiology OPD) की संख्या बढाने का भी निर्णय लिया है। एम्स के कार्डियो न्यूरो सेंटर (Cardio Neuro Center of AIIMS) के चीफ डॉ. बलराम भार्गव (Dr. Balram Bhargava) के मुताबिक इस योजना पर कार्य शुरू भी हो चुका है। शीघ्र ही नई सुविधाएं लागू की जाएंगी।
Delhi Aiims में जगह की कमी के कारण सीमित थी सुविधाएं
एम्स में जगह की कमी हार्ट और न्यूरो इमरजेंसी (Heart and Neuro Emergency) को अलग करने में विशेषतौर से बाधा बन रही थी। आमतौर पर अस्पतालों में हार्ट और न्यूरो मरीजों के लिए अलग इमरजेंसी की सुविधा होती है। एम्स के कार्डियक न्यूरो सेंटर (CNC) में जगह की कमी के कारण ओपीडी और इमरजेंसी की सुविधाओं को एक एरिया में स्थापित नहीं किया जा रहा था।
नतीजतन, सेंटर के ग्राउंड फ्लोर के 19 कमरे में केवल दोनों विभाग की ओपीडी को ही संचालित किया जा रहा था। ऐसे में जगह की कमी के कारण मरीजों की यहां काफी भीड हो जाती थी और कई बार अव्यवस्था की स्थिति का सामना करना पडता था।
नई ओपीडी भवन में होगी नई व्यवस्था
डॉ. भार्गव के मुताबिक, हार्ट और न्यूरो मरीजों (Heart and Neuro Patients) के लिए संचालित होने वाली ओपीडी के लिए नए भवन की छठी मंजिल पर जगह को निर्धारित किया गया है। यहां पर 30 कमरे उपलब्ध हैं और ओपीडी को शिफ्ट करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
यहां मरीजों के लिए पर्याप्त जगह की व्यवस्था होगी। ऐसे में आगे ओपीडी की संख्या को भी बढाया जा सकेगा। जब ओपीडी को नए स्थान पर शिफ्ट कर दिया जाएगा, तब खाली हुई जगह पर हार्ट और न्यूरों के लिए अलग से इमरजेंसी सुविधाओं (Separate emergency facilities for heart and nerves) को तैयार किया जाएगा। बताया गया है कि इस नई इमरजेंसी सुविधा के तहत 40 बिस्तरों को उपलब्ध कराया जाएगा। हार्ट और न्यूरो के जो भी मरीज इमरजेंसी उपचार के लिए आएंगे, उन्हें यही उपचार दिया जाएगा।
वेटिंग टाइम भी हो सकती कम
एम्स (Delhi Aiims) के एक अधिकारी के मुताबिक, वर्तमान में एम्स हफ्ते में तीन दिन कार्डियोलॉजी ओपीडी संचालित कर रहा है। इसके अलावा एक दिन विशेष क्लीनिक भी चलाया जाता है। यह पाया गया है कि कई बार ओपीडी में मरीजों को अपॉइंटमेंट नहीं मिल पाती है।
मरीजों को एक महीने तक की वेटिंग का सामना करना पडता है। अब नई व्यवस्था के तहत जब ओपीडी सेवाएं और बेहतर होंगी तो वेटिंग टाइम में भी कमी आएगी। यहां बता दें कि कोरोना के बाद से ही हार्ट अटैक के मामलों में अप्रत्याशित बढोत्तरी हुई है।
14 साल से लेकर बुजुर्ग तक हार्ट अटैक की चपेट में आ रहे हैं। इस तरह के मामलों में समय पर उपचार मिलने का विशेष महत्व है। समय रहते ऐेसे मरीजों को अस्पताल लाकर उन्हें उपचार दिलाना, हार्ट अटैक से पीडित मरीजों के जीवन के लिए काफी अहम होता है। एम्स की इस पहल से ऐसी चुनौतियों से निपटना और आसान हो जाएगा। वहीं, मरीजों को भी इससे काफी बल मिलेगा।