कुछ बातों का ध्यान रखकर आसानी से कर सकते हैं शुगर कंट्रोल
Eating Plan for Diabetics : डायबिटीज के मरीजों के लिए शुगर लेवल को नियंत्रित रखना बडी चुनौती होती है। वह कैसे अपने शुगर के स्तर को नियंत्रित रख सकते हैं, इनके लिए यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है। यहां हम शुगर मरीजों के डाइट के बारे में बता रहे हैं। मरीजों के डाइट को लेकर कुछ महत्वपूर्ण चीजें होती है, जो शुगर के मरीजों के लिए जानना जरूरी है।
ऐसे करें कैलोरी काउंट
विशेषज्ञों के मुताबिक, शुगर मरीजों के आहार (Eating Plan for Diabetics) के बारे में जानकारी देने से पहले यह जानना जरूरी है कि मरीज का वजन कितना है। इसके बाद कैलोरी की कितनी मात्रा में आवश्यकता है, यह जानने की कोशिश करेंगे।
Ideal body weight = height(cm) – 100
आदर्श शारीरिक वजन = ऊंचाई(cm) – 100
कैलोरी की आवश्यकता से संबंधित गणना में उम्र, लिंग, वजन, ऊंचाई, गतिविधि स्तर और समग्र स्वास्थ्य जैसे कारकों पर विचार किया जाता है। इसके लिए आमतौर पर हैरिस-बेनेडिक्ट (Harris-Benedict equation) समीकरण को इस्तेमाल किया जाता है। हैरिस बेनेडिक्ट समीकरण में कैलोरी आवश्यकता की गणना करने के लिए वजन, ऊंचाई और उम्र का उपयोग किया जाता है।
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महिलाओं और पुरुषों को कितनी होती है कैलोरी की जरूरत
महिलाओं के लिए दैनिक कैलोरी सेवन प्रति दिन 2,000 कैलोरी और पुरुषों के लिए 2,500 कैलोरी तय है। कम बीएमआई वाले लोगों को उच्च कैलोरी आहार की आवश्यकता होती है। जबकि, उच्च बीएमआई वाले लोगों को कम कैलोरी वाले आहार की जरूरत होती है।
एमएनटी की मदद से तय होती है इाइट| Eating Plan for Diabetics
मेडिकल न्यूट्रीशन थेरेपी (एम.एन.टी) मधुमेह रोग प्रबंधन तथा स्वयं प्रबंधन शिक्षा का एक आवश्यक घटक है। एम.एन.टी में पोषण, आंकलन और रोगी का साक्षात्कार लेकर उसका चिकित्सकीय इतिहास, रोग के लक्षण आंकड़े, रक्त ग्लूकोस रिकॉर्ड, आहार इतिहास तथा व्यायाम पैटर्न, मानसिक तथा आर्थिक अवस्थाओं का पता लगाया जाता है।
इससे डाइट प्लान (Eating Plan for Diabetics) तैयार करने में मदद मिलती है। एम.एन.टी के क्लीनिकल परीक्षण में यह पाया गया है कि कम अवधि के टाईप 2 मधुमेह में 3 से 6 माह के भीतर 0.25 से 1 तक ग्लाईकेटिड़ हिमोग्लोबिन कम हो जाती है। चिकित्सा पोषण उपचार (MNT) इन्सुलिन प्रतिरोधकता और मधुमेह के लिए होता है। इसमें पोषणीय चिकित्सा तथा व्यवहारिक ज्ञान की आवश्यकता होती है। इसे चार आयामी दृष्टिकोण का उपयोग करके पूरा किया जा सकता है।
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- प्रथम चरण में वृहद पोषण आंकलन जैसे चयापचयी पोषण और जीवनशैली मधुमेह पैरामीटरों का आंकलन किया जाता है।
- दूसरे चरण में रोगी के लिए पोषण लक्ष्य निर्धारित किया जाता है।
- तीसरे चरण में पोषण के लिए विभिन्न प्रकार की खाद्य योजना बनानी होती है।
- चौथे चरण में लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मूल्यांकन किया जाता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, कैलोरी की आवश्यकता, आयु, लिंग, भार, लम्बाई तथा शारीरिक गतिविधियों पर निर्भर करती हैं। एक दिन में कुल ऊर्जा का 45-65 प्रतिशत हिस्सा कार्बोहाइड्रेट से मिलनी चाहिए। कार्बोहाइड्रेट का प्रकार और मात्रा दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। मरीजों को अपने कार्बोहाइड्रेट को कार्बोहाइड्रेट काउंटिंग और डाइट प्लान (Eating Plan for Diabetics) लिस्ट के अनुसार करनी चाहिए।
कार्बोहाइड्रेट को इस तरह बांटे
- नाश्ता – 1/7
- दोपहर का भोजन – 2/7
- शाम का नाश्ता – 1/7
- रात का भोजन – 2/7
- मध्य सुबह/सोते समय – 1/7
शुगर मरीजों के लिए ऐसे होनी चाहिए आदर्श थाली
सामान्य तौर पर बाजार में मिलने वाली थाली 12 इंच की होती है। जिसके कारण इसमें भोजन की क्वान्टिटी अधिक होती है। मधुमेह के मरीज को 9 इंच की थाली को प्रयोग में लाना चाहिए। थाली को वैकल्पिक तौर पर चार भागों में बांट दें और प्रत्येक भाग में निम्न वस्तुओं को रखें।
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- कार्बोहाइड्रेट (रोटी/चावल) – 1/4
- प्रोटीन – 1/4
- हरी सब्जियां – 1/4
- सलाद/फल – 1/4
खाने में दही का प्रयोग जरूर करें। अगर आप दही का पानी पसंद करते हैं तो इसे खाने में जरूर इस्तेमाल करें। दही के पानी में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है।
दैनिक रूप से कैलोरीज का वितरण
- कार्बोहाइड्रेट – 50-60 प्रतिशत
- प्रोटीन – 15-20 प्रतिशत
- वसा – 25-30 प्रतिशत
ग्लाइसीमिक इंडेक्स क्या है ?
ग्लाइसीमिक इंडेक्स के जरिए भोजन से प्राप्त (प्रति 100 ग्राम) रक्त में बढ़े हुए शुगर को मापा जाता है। यह 100 ग्राम ग्लूकोस के द्वारा बढ़ाए गए रक्त में शुगर की तुलना में मापा जाता है।
ग्लाइसीमिक इंडेक्स के आधार पर भोजन को तीन भागों में बांटा गया है
उच्च जी.आई. (70 से ऊपर)
व्हाईट राईस, ब्राउन राईस, कुचला हुआ आलु, तरबूज और कार्नफ्लैक्स
मध्यम जी.आई. (59-69):
आम, केला, पपिता, अनानास, बासमती चावल,
कम जी.आई. (55 तथा उससे कम):
सेब, अंगूर, संतरा, कीवी, स्ट्रोबेरी, चेरी, आडू, मसरूम तथा दूध ।
Eating Plan for Diabetics : जानें अपनी डाइट से शुगर को कैसे रख सकते हैं कंट्रोल