अध्ययन ने बताया- फेफड़ों की कार्यक्षमता सुधारने में योग और एक्सरसाइज कितने असरदार
हाल ही में हुए एक रिसर्च अध्ययन ने इस तथ्य को प्रमाणित किया है कि exercise for asthma patients न केवल लक्षणों में राहत देती है, बल्कि फेफड़ों की कार्यक्षमता को भी प्रभावी रूप से सुधार सकती है। खासतौर से वयस्क अस्थमा रोगियों के लिए यह अध्ययन बेहद उपयोगी है, जो दवाओं के साथ-साथ प्राकृतिक उपायों की तलाश में रहते हैं।
Exercise for asthma patients : क्या कहता है अध्ययन?
ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया है कि योग, एरोबिक एक्सरसाइज और सांस लेने की विशेष तकनीकें (जैसे ब्रीदिंग एक्सरसाइज) वयस्क अस्थमा रोगियों में फेफड़ों की कार्यक्षमता को बेहतर बना सकती हैं।
इस अध्ययन में कुल 28 रिसर्च स्टडीज का विश्लेषण किया गया, जिसमें लगभग 2,000 अस्थमा रोगियों को शामिल किया गया। इन रोगियों को विभिन्न प्रकार के व्यायामों से जोड़ा गया, जैसे तेज चलना, हल्का जॉगिंग, योग, और ब्रीदिंग टेक्निक।
क्यों जरूरी है व्यायाम अस्थमा रोगियों के लिए?
दवा के साथ प्राकृतिक उपाय
ज्यादातर अस्थमा के मरीज जीवनभर दवाओं पर निर्भर रहते हैं, लेकिन लगातार व्यायाम करने से फेफड़ों की सहनशक्ति और श्वसन तंत्र की लचीलापन में सुधार आता है।
सूजन और बलगम पर नियंत्रण
प्राकृतिक एक्सरसाइज फेफड़ों में मौजूद सूजन को कम करने और बलगम की निकासी को बेहतर करने में मदद करती हैं।
मानसिक स्थिति में सुधार
अस्थमा केवल शारीरिक ही नहीं, मानसिक स्तर पर भी असर करता है। योग और प्राणायाम से स्ट्रेस कम होता है, जिससे लक्षणों में भी सुधार देखा गया है।
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योग (Yoga for asthma patients)
प्राणायाम, भ्रामरी, अनुलोम-विलोम जैसी श्वास तकनीकें
कपालभाति और शवासन से फेफड़ों को आराम मिलता है।
ब्रीदिंग एक्सरसाइज (Breathing exercise asthma)
पर्स्ड लिप ब्रेथिंग
डायाफ्रामैटिक ब्रेथिंग (पेट से सांस लेना)
हल्का एरोबिक व्यायाम
वॉकिंग, साइक्लिंग, स्वीमिंग
30 मिनट की नियमित एरोबिक एक्सरसाइज शरीर की ऑक्सीजन उपयोगिता बढ़ाती है।
क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
व्यायाम की समय सीमा तय करें
अचानक अधिक समय का व्यायाम अस्थमा अटैक का कारण बन सकता है। शुरुआत में 15 मिनट और धीरे-धीरे बढ़ाएं।
डॉक्टर की सलाह से ही व्यायाम शुरू करें
हर मरीज की स्थिति अलग होती है, इसीलिए एक्सरसाइज रूटीन शुरू करने से पहले अपने फेफड़ों के स्वास्थ्य की जांच कराना ज़रूरी है।
इनडोर वातावरण का ध्यान रखें
यदि बाहर का वातावरण प्रदूषित है तो घर के अंदर ही योग और प्राणायाम करें।
Exercise for asthma patients : विशेषज्ञों की राय क्या कहती है?
AIIMS और अन्य प्रमुख संस्थानों के पल्मोनोलॉजिस्ट मानते हैं कि, “दवाओं के साथ-साथ यदि मरीज योग और हल्के व्यायाम को जीवनशैली में शामिल करें, तो फेफड़ों की प्राकृतिक कार्यक्षमता में सुधार संभव है।”
क्या योग और एक्सरसाइज इलाज की तरह काम करते हैं?
यह कहना गलत होगा कि ये दवाओं का विकल्प हैं, लेकिन सही एक्सरसाइज और नियमितता से ये दवाओं पर निर्भरता कम कर सकते हैं। शोध के अनुसार exercise for asthma patients अस्थमा मैनेजमेंट का एक अहम हिस्सा बन सकते हैं।