Sunday, February 16, 2025
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HIV Medicine : एचआईवी-एड्स मरीजों के लिए यूएनएआईडीएस (UNAIDS) ने की खास अपील

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वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) की वार्षिक बैठक

HIV Medicine, HIV-AIDS News, एचआईवी वैक्सीन ताजा खबर : संयुक्त राष्ट्र के एचआईवी/एड्स (HIV/AIDS) कार्यक्रम (UNAIDS) ने मंगलवार को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) की वार्षिक बैठक (annual meeting) आयोजित की गई।
इस बैठक में यूएनएआईडीएस ने कहा कि वैश्विक नेताओं को निम्न और मध्यम आय वाले देशों में एचआईवी की रोकथाम और संभावित उपचार (HIV prevention and possible treatments) के लिए, नई और लंबे समय तक असर करने वाली दवाओं (New and long-acting drugs) की उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए। इससे 2030 तक एड्स खत्म करने के लक्ष्य (Aim to end HIV/AIDS by 2030) को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

HIV Medicine के बेहतर परिणाम

हाल ही में एचआईवी-एड्स के खिलाफ दो दवाओं (two drugs against hiv-aids) ने बेहतर प्रभाव दिखाया है। ये दो दवाएं लेनाकैपावीर और कैबोटेग्रावीर (lenacapavir and cabotegravir) हैं। लेनाकैपावीर को गिलियड साइंसेज (Gilead Sciences) द्वारा विकसित किया गया है। यह साल में केवल दो बार देने के बाद 95 प्रतिशत से अधिक प्रभावी (More than 95% effective) पाया गया है। अब कंपनी इसे साल में केवल एक बार देने के लिए परीक्षण (tests) कर रही है।
HIV Medicine : एचआईवी-एड्स मरीजों के लिए यूएनएआईडीएस (UNAIDS) ने की खास अपील
एचआईवी-एड्स मरीजों के लिए यूएनएआईडीएस (UNAIDS) ने की खास अपील
कैबोटेग्रावीर विव हेल्थकेयर द्वारा तैयार HIV इंजेक्शन (HIV injection prepared by Viv Healthcare) है, जिसे मरीजों को हर दो महीने में दिया जाता है। इसे एचआईवी को रोकने में कारगर (Effective in preventing HIV) पाया गया है। इसका उपयोग पहले से ही कुछ देशों में किया जा रहा है। हालांकि ये दवाएं (New drugs for HIV) एचआईवी का इलाज या वैक्सीन (HIV treatment or vaccine) नहीं हैं लेकिन इससे एचआईवी-एड्स को रोकने (Preventing HIV-AIDS) में मदद मिल सकती है।

वैजाइनल रिंग्स पर हो रहा है परीक्षण

बैठक में कहा गया कि एचआईवी से लड़ने के लिए अन्य उपायों पर भी परीक्षण किया जा रहा है। इनमें एक महीने तक असर करने वाली वैजाइनल रिंग (Vaginal Ring) है। यह पहले से ही उपयोग में है। इसके अलावा लंबे समय तक असर करने वाली HIV/AIDS गोलियों (long acting HIV pills) पर भी अभी परीक्षण किया जा रहा है।
 “ये नई तकनीकें हमें 2030 तक एड्स (AIDS) खत्म करने का असली मौका देती हैं लेकिन यह तभी संभव है जब दवा कंपनियां, सरकार, अंतर्राष्ट्रीय साझेदार और समाज एकजुट होकर एचआईवी की रोकथाम और इलाज (HIV prevention and treatment) में क्रांति लाएं।”
– विनी ब्यान्यिमा, कार्यकारी निदेशक, यूएनएआईडीएस (UNAIDS)

दीर्घकालिक प्रभाव वाली HIV Medicine से नए संक्रमण रोकना संभव 

बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि लंबे समय तक असर करने वाली एचआई की नई दवाओं (New drugs for HIV) से एचआईवी के नए संक्रमण (new HIV infections) को रोका जा सकता है। नई दवाओं से एचआईवी संक्रमित लोगों में वायरस को दबाया जा सकता है लेकिन यह जब तक यह दवाएं सभी जगह उपलब्ध नहीं हो जाती, यह संभव नहीं है।

दवा कंपनियों से HIV Medicine की कीमत सस्ती करने की अपील

यूएनएआईडीएस (UNAIDS) ने दवा कंपनियों से दवाओं की कीमत सस्ती करने और जेनेरिक दवाओं के उत्पादन (production of generic drugs) को तेज करने की भी अपील की। बताया गया कि गिलियड और वीव ने कुछ देशों को जेनेरिक उत्पादन का लाइसेंस दिया है लेकिन दवाओं के उत्पादन की प्रक्रिया धीमी है। जिसके कारण जेनेरिक दवाएं अगले साल तक ही उपलब्ध हो सकेंगी। नए देशों को इससे बाहर रखा गया है। खासतौर पर लैटिन अमेरिका (latin america) जैसे क्षेत्र को बाहर रखा गया है, जहां एचआईवी संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है।

केवल 6 कंपनियों को HIV Medicine बनाने की अनुमति 

बैठक में यह भी बताया गया कि गिलेयड ने केवल 6 कंपनियों को इस HIV दवा का जेनरिक वर्जन बनाने की अनुमति दी है। एजेंसी ने कहा कि दवा को सस्ती और व्यापक रूप से उपलब्ध कराने के लिए, अधिक तादाद में इसके जेनरिक उत्पादन करने की जरूरत है। ब्यानिमा ने एड्स से लड़ने के लिए गर्भनिरोधक (Contraceptives) और कोविड वैक्सीन (covid vaccine) को बढावा देने से संबंधित तरीके को अपनाने मांग की।
यहां बता दें कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की वार्षिक बैठक 2025 (World Economic Forum Annual Meeting 2025) स्विट्जरलैंड के दावोस-क्लॉस्टर्स (Davos-Klosters, Switzerland) में 20 से 24 जनवरी तक हो रही है। जिसमें वैश्विक नेताओं के द्वारा स्मार्ट युग के लिए सहयोग (Collaboration for a smart era) विषय पर विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।

नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

अस्वीकरण: caasindia.in में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को caasindia.in के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। caasindia.in लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी/विषय के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

 

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