2023 में मिला था पद्मश्री सम्मान
Delhi News : जेनेटिक्स के क्षेत्र के लोकप्रिय विशेषज्ञ और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित डॉ. ईश्वर चंद्र वर्मा (Dr. Ishwar Chandra Verma, popular expert in the field of genetics and Padmashree awardee) का शुक्रवार को निधन हो गया। उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए दुनियाभर के चिकित्सा समुदाय में उनक व्यापक सम्मान था।
डॉ. वर्मा सर गंगाराम अस्पताल (Sir Gangaram Hospital Delhi) में इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल जेनेटिक्स एंड जीनोमिक्स में सलाहकार और पूर्व अध्यक्ष (Advisor and former president at the Institute of Medical Genetics and Genomics) रह चुके हैं।
वह 2023 में पद्म पुरस्कार विजेताओं की सूची में शामिल होने वाले दिल्ली के एकमात्र चिकित्सक (Only doctor from Delhi to join the list of Padma award winners in 2023) थे। बीते वर्ष उन्हें गणतंत्र दिवस पर जेनेटिक मेडिसिन के प्रति उनके योगदान और उत्कृष्ठ समर्पण के लिए देश के चौथे सबसे बडे नागरिक सम्मान से नवाजा गया था।
उन्होंने जिनेवा में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और बेसल में रोश जेनेटिक्स में अनुवांशिकी में सलाहकार (Consultant in genetics at Roche Genetics) के तौर पर भी काम किया था। वह अंतर्राष्ट्रीय मानव जीनोम संगठन (HGO) की आचार समिति के पूर्व उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
अनुसंधान के प्रति उनका जुनून और मरीजों के प्रति उनका समर्पित व्यवहार साथ ही वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उन्हें अनुवांशिक चिकित्सा के क्षेत्र में सम्मानित और प्रभावशाली व्यक्ति बनाती है।
डॉ. वर्मा ने डेढ वर्ष तक पूर्वी अफ्रिका में चिकित्सा क्षेत्र में कार्य किया है। इसके बाद वह बाल चिकित्सा और अनुवांशिकी में प्रशिक्षण प्राप्त करने के उद्देश्य से इंग्लैंड रवाना हो गए। वष्र 1967 से 1996 तक उन्होंने एम्स में अपनी सेवाएं दी। वह बाल रोग विज्ञान के प्रोफेसर (Professor of Pediatrics) और अनुवांशिक विभाग के प्रमुख (head of genetics department) के रूप में स्थापित रहे। बाद में, इस इकाई को विश्वसनीय प्रदर्शन के लिए आनुवंशिकी में डब्ल्यूएचओ (WHO) सहयोग केंद्र के रूप में मान्यता मिली। उन्होंने सर गंगाराम अस्पताल में जेनेटिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख के तौर पर लंबे समय तक सेवाएं दी।
उन्होंने ज्यूरिख में चिल्ड्रेन अस्पताल में आनुवंशिकी में प्रशिक्षण प्राप्त किया। यह अस्पताल ज्यूरिख विश्वविद्यालय के अंतर्गत आता है। इसके अलावा उन्होंने दुनियाभर के कई प्रसिद्ध अस्पतालों में प्रशिक्षण प्राप्त किया। वह लंदन के रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन (Royal College of Physicians), अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (American Academy of Pediatrics) और दिल्ली के नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज (National Academy of Medical Sciences Delhi) के फेलो भी रह चुके हैं।
गंगाराम अस्पताल (SGRH Delhi) ने शोक जताया
डॉ. वर्मा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए, सर गंगाराम अस्पताल में ट्रस्टी बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डीएस राणा (Dr. DS Rana, Chairman of the Board of Trustees at Sir Gangaram Hospital Delhi) ने कहा कि, “सर गंगाराम अस्पताल प्रोफेसर वर्मा के निधन की खबर पाकर शोकाकुल है। यह एक अपूर्णीय क्षति है। हम सभी उनके योगदान को जानते हैं।
वे चार दशक से भी अधिक समय तक एक शिक्षक और वरिष्ठ सहयोगी के तौर पर सक्रिय रहे हैं। उनकी विद्वता और उनके ज्ञान ने सभी को प्रभावित किया है। सर गंगाराम अस्पताल में जिनेटिक्स और जीनोमिक्स विभाग के निर्माण में उनका योगदान कडी मेहनत और दूरदृष्टि की मिशाल है। उनका योगदान लंबे समय तक आने वाली पीढियों को प्रेरित करता रहेगा।