100 बिस्तरों वाले होंगे सभी ESIC अस्पताल
नई दिल्ली/ESIC/PMJAY : ESIC देशभर में 23 नए अस्पताल खोलेगा। यह सभी अस्पताल 100 बिस्तरों वाले होंगे। इसके अलावा देशभर में 62 डिस्पेंसरियां भी शुरू की जाएंगी। बताया गया है कि इन सभी डिस्पेसरी में 5 डॉक्टरों की तैनाती भी की जाएगी। साथ ही तीन चिकित्सा महाविद्यालयों को भी स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। यह भी लक्ष्य रखा गया है कि इस वर्ष के अंत तक पूरे देश में ईएसआईसी स्कीम का कार्यान्वयन कर दिया जाएगा।
वर्तमान में ESIC स्कीम 443 जिलों में पूरी तरह एवं 153 जिलों में आंशिक रूप से कार्यान्वित है। जबकि 148 जिले ऐसे हैं जो ईएसआई स्कीम के तहत कवर नहीं किए जाते हैं। वर्ष 2022 की समाप्ति तक पूरे देश के आंशिक रूप से कार्यान्वित तथा गैर कार्यान्वित जिलों को पूरी तरह कवर कर लिया जाएगा। आयुष्मान भारत पीएमजेएवाईए के एमआईएमपी और टाई अप अस्पतालों को पैनल में शामिल करके नए डीसीबीओ की स्थापना के माध्यम से चिकित्सा देखभाल सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।

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इस मामले में केन्द्रीय श्रम मंत्री भूपेन्द्र यादव ने बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिया। बैठक में मंत्री ने जानकारी दी कि पिछले आठ महीनों में ईएसआईसी द्वारा विभिन्न पदों की 6400 रिक्तियों के लिए विज्ञापन निकाला गया है। इनमें डॉक्टर/शिक्षण संकाय से जुड़ी 2000 से अधिक रिक्तियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सनथनगर, फरीदाबाद और चेन्नई में स्थित तीन ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी तथा न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग स्थापित करने का निर्णय लिया गया है।
यह पहला मौका होगा जब ईएसआईसी के स्वामित्व वाले अस्पतालों में ऐसी सेवाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। सनथनगर, तेलंगाना और राजस्थान के अलवर स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में दो कैथ लैब स्थापित किए जायेंगे। हाल ही में, हरियाणा के फरीदाबाद में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक कैथ लैब ने काम करना शुरू कर दिया है।
पुणे स्थित मौजूदा 200 बिस्तरों वाले ईएसआईसी अस्पताल को 500 बिस्तरों वाले अस्पताल के रूप में उन्नत करने का भी निर्णय लिया गया है। इस अस्पताल के उन्नयन से पुणे में सात लाख श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों को लाभ होगा। इस बैठक में ईएसआईसी ने केरल के एर्नाकुलम में 100 बिस्तरों वाला एक नया ईएसआई अस्पताल स्थापित करने का भी निर्णय लिया।
यह अस्पताल ईएसआईसी के मानदंडों के अनुरूप सभी आधुनिक स्वास्थ्य संबंधी देखभाल से जुड़ी सुविधाओं से लैस होगा। इस बहुमंजिले अस्पताल में एर्नाकुलम का उप-क्षेत्रीय कार्यालय भी अवस्थित होगा।
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इस बैठक में लिए गए अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों में बीमित श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों की चिकित्सीय देखभाल संबंधी सेवाओं में सुधार करना भी शामिल है। ईएसआईसी ने भोपाल के सोनागिरी स्थित राज्य सरकार द्वारा संचालित ईएसआईएस अस्पताल को सीधे अपने प्रशासनिक नियंत्रण में चलाने के लिए उसे अपने हाथ में लेने का निर्णय लिया है।
ईएसआईसी (ESIC) ने अब राज्य सरकार में स्पेशलिस्ट / सुपर स्पेशलिस्ट की अनुपलब्धता की खाई को पाटने हेतु ईएसआईएस अस्पतालों के लिए आवश्यक स्पेशलिस्ट / सुपर स्पेशलिस्ट की नियुक्ति करने का भी निर्णय लिया है। इन स्पेशलिस्ट/सुपर स्पेशलिस्ट को नियुक्त करने पर होने वाला पूरा खर्च भी ईएसआईसी द्वारा वहन किया जाएगा। यह कदम ईएसआईएस अस्पतालों में स्पेशलिस्ट/सुपर स्पेशलिस्ट की सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा।
केन्द्रीय श्रम मंत्री भूपेन्द्र यादव की अध्यक्षता में ‘स्वास्थ्य से समृद्धि’ विषय पर भी विचार-विमर्श हुआ, जिसमें श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने, अधिक से अधिक श्रमिकों को ईएसआई योजना के दायरे में लाने, सेवाओं के वितरण को उन्नत करने आदि जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई।
इन स्थानों पर खुलेंगे नए अस्पताल :
महाराष्ट्र – 6 पालघर, सतारा, पेन, जलगांव, चाकन एवं पनवेल
हरियाणा – 4 हिसार, सोनीपत, अंबाला एवं रोहतक
तमिलनाडु -2 चेंगलपट्टु, इरोड में
उत्तर प्रदेश – 2 मुरादाबाद एवं गोरखपुर
कर्नाटक – 4 तुमकुर एवं उडुपी
आंध्र प्रदेश- 1 नेल्लोर
छत्तीसगढ़- 1 बिलासपुर
गोवा – 1 मडगांव गोवा
गुजरात- 1 सणद
मध्य प्रदेश – 1 जबलपुर
ओडिशा – 1 झारसुगुडा
पश्चिम बंगाल- 1 खड़कपुर
इन स्थानों पर खुलेंगी डिस्पेंसरी –
महाराष्ट्र – 48
दिल्ली- 1
हरियाणा – 1
इन स्थानों पर खुलेंगे चिकित्सा महाविद्याल :
फरीदाबाद, सनथनगर (हैदराबाद) तथा के. के. नगर (चेन्नई)
हेल्थ केयर लिंक वर्कर्स के लिए 10 विषयों में सर्टिफिकेट कोर्स आरंभ किया जाएगा।
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जहां ईएसआईसी (ESIC) योजना नहीं है पीएमजेएवाई (PMJAY) पैनल से मिलेगा उपचार –
ईएसआईसी ने अपनी बैठक में बीमित श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों को आयुष्मान भारत पीएमजेएवाई पैनल में शामिल अस्पतालों के माध्यम से चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने का निर्णय लिया है। उन सभी क्षेत्रों में, जहां ईएसआई योजना आंशिक रूप से लागू की गई है या लागू की जानी है या जहां ईएसआईसी की वर्तमान स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं सीमित हैं।
ऐसे स्थानों के ईएसआईसी (ESIC) लाभर्थी पीएमजेएवाई पैनल से नकदीरहित चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। यहां बता दें कि 157 जिलों में ईएसआई योजना के लाभार्थी पहले से ही इस गठबंधन व्यवस्था के माध्यम से नकदीरहित चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं। इस निर्णय से लाभार्थियों को शेष जिलों में नकदीरहित चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठाने में अत्यधिक सहायता मिलेगी।
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Bahut hi laabhdaayak khabar hai jinke paas ESIC nhi hai