कार दुर्घटना में हो गई थी लोकप्रिय रूमेटोलॉजिस्ट डॉक्टर Doctor Debashish Danda की मौत
Doctor Debashish Danda : देश ने पिछले दिनों हुई एक कार दुर्घटना में प्रसिद्ध रूमेटोलॉजिस्ट डॉक्टर देबाशीष डांडा (Famous Rheumatologist Doctor Debashish Danda) को खो दिया। प्रोफेसर डांडा देश वरिष्ठ रूमेटोलॉजिस्ट थे। वे वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (Christian Medical College, Vellore) में रूमेटोलॉजी विभाग में तैनात थे और हाल ही में सेवानिवृत्त हुए थे।
डॉक्टर डांडा (Rheumatologist Doctor Debashish Danda) को याद करते हुए मंगलवार को कास इंडिया फाउंडेशन (caas india foundation) के पदाधिकारियों और सदस्यों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर संस्था के महासचिव अविनाश झा कहा कि डॉक्टर डांडा बेहद कुशल चिकित्सक थे।
रूमेटोलॉजी के क्षेत्र में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर डांडा मरीजों से कनेक्ट रहते थे। साथ ही वह रूमेटोलॉजी से संबंधित बीमारियों (rheumatology related diseases) के प्रति लोगों को न केवल जागरुक करते थे बल्कि ऐसी बीमारियों से प्रभावित मरीजों के समूह को भी प्रेरित करते थे।
दिवंगत डॉक्टर के लिए रखा गया मौन

कास इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष अंकुर शुक्ला ने डॉक्टर देबाशीष डांडा (Doctor Debashish Danda) की मौत को बहुत बडी क्षति करार दिया। उन्होंने कहा कि देश में रूमेटोलॉजिस्टों की सीमित संख्या (Limited number of rheumatologists in the country) पहले से ही बडी चुनौती है, ऐसे में डॉक्टर डांडा जैसे अनुभवी और कुशल चिकित्सक के असमय मौत ऑटोइम्यून रूमेटिक डिसऑर्डर (autoimmune rheumatic disorder) से जूझ रहे मरीजों के लिए निराश करने वाला साबित होगा।
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शुक्ला ने डॉक्टर डांडा को याद करते हुए कहा कि एक विडियो कार्यक्रम में डॉक्टर देबाशीष डांडा से बातचीत करने का मौका मिला था। जिसमें उन्होंने एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) के मरीजों के उपचार में आने वाली दिक्कतों पर बेबाक और स्पष्ट लहजे में बातीचीत की थी। इस अवसर पर कास इंडिया फाउंडेशन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने दिवंगत डॉक्टर देबाशीष डांडा की आत्मा की शांति के लिए एक मिनट का मौन रखा।
कार दुर्घटना में हो गई थी मौत
त्रिपुरा (Tripura) के रहने वाले सीएमसी (CMC) के सेवानिवृत्त डॉक्टर देबाशीष डांडा के कार की वेल्लोर के पास एक कंटेनर लॉरी से टक्कर के बाद मौत हो गई। वे 61 साल के थे। डॉक्टर डांडा वेल्लोर के क्रिश्चन मेडिकल कॉलेज (CMC) से सेवानिवृत हुए थे। उनकी पत्नी सुमिता डांडा भी सीएमसी अस्पताल में जनरल मेडिसिन विभाग में कार्यरत हैं। उनके दो बेटे हैं। उनका परिवार वेल्लोर के बगायम इलाके में सीएमसी डॉक्टर्स आवासीय अपार्टमेंट में रहता है।
देखें विडियो, एंकिलोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के उपचार को लेकर क्या बोले थे डॉक्टर डांडा
जानकारी के मुताबिक, डॉ. देबाशीष डांडा कार से चेन्नई-बेंगलुरु हाईवे पर चेन्नई से वेल्लोर की ओर जा रहे थे। इसी बीच जब वे वेल्लोर के आगे अलामेलूरंगापुरम (Alamelurangapuram) इलाके में पहुंचे तो उनकी कार और सामने से आ रही कंटेनर में टक्कर हो गई। नतीजतन, डॉ. डांडा की कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। बताया गया है कि अधिक खून बहने की वजह से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने शोक प्रकट किया
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा (Tripura Chief Minister Manik Saha) ने शोक संदेश जारी कर कहा कि ‘त्रिपुरा राज्य के प्रसिद्ध डॉक्टर देबाशीष डांडा की एक दुखद सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। ”सीएम ने कहा कि वह इस राज्य के सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर की मृत्यु से बेहद दुखी हैं और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।”