Delhi News in Hindi : मई तक निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद
Delhi News : दिल्ली के मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल (Sanjay Gandhi Memorial Hospital) में दिल्ली के सबसे बड़ा ट्रॉमा सेंटर (Biggest trauma center Delhi) का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस ट्रॉमा सेंटर में 362 बिस्तर होंगे। ट्रॉमा सेंटर (Trauma Centre) का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।
लोक निमार्ण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों के मुताबिक ट्रॉमा सेंटर (Trauma Centre) का ढांचागत निमार्ण कार्य पूरा हो चुका है। अभी बिजली फिटिंग और अन्य उपकरण आदि लगाने का कार्य किया जा रहा है। मई के अंत तक अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग के हवाले कर दिया जाएगा।
117.78 करोड की लागत से हो रहा है Biggest Trauma Centre Delhi का निर्माण
वर्तमान में अस्पताल में 300 बिस्तर उपलब्ध हैं। वर्ष 2019 सितंबर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्रामा सेंटर के निमार्ण कार्य की आधारशिला रखी थी। ट्रॉमा सेंटर और यूटिलिटी ब्लॉक का निमार्ण कार्य 117.78 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें 362 बिस्तर उपलब्ध होंगे, जिनमें से 39 बिस्तर आईसीयू वाले होंगे। इसके अलावा इसमें छह मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर भी उपलब्ध होगा।
Delhi News : दिल्ली में अभी तीन ट्रॉमा सेंटर
वर्तमान में दिल्ली (delhi news) के तीन बडे अस्पतालों में ट्रॉमा सेंटर की सुविधा उपलब्ध है। जिनमें दिल्ली एम्स का जयप्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर (Delhi Aiims Trauma Centre) है। जिसे वर्ष 2006 में शुरू किया गया था। यहां बिस्तरों की क्षमता करीब 250 से अधिक है। दूसरा, दिल्ली का सबसे पहला सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर (Sushruta Trauma Center), जिसे दिल्ली सरकार ने लोकनायक अस्पताल (LNJP Hospital) की मदद से वर्ष 1998 में तैयार करवाया था। यहां 60 बिस्तर उपलब्ध हैं।
तीसरा ट्रॉमा सेंटर वर्ष 2008 में राम मनोहर लोहिया अस्पताल (RML Hospital) ने शुरू किया था। यहां की छह मंजिला इमारत में 70 से अधिक बिस्तरें उपलब्ध हैं। इसके अलावा 10 से ज्यादा आईसीयू वाले बिस्तर और ऑपरेशन थियेटर भी हैं। इन तीन ट्रॉमा सेंटर का लाभ दिल्ली (Delhi News) के अलावा एनसीआर से भी आने वाले मरीजों को मिलता है।
नतीजतन, इनपर मरीजों को खासा दबाव भी बना रहता है। यहां ज्यादातर दुर्घटना पीडित मरीजों को लाया जाता है। दिल्ली में इन ट्रॉमा सेंटर के होने के बाद भी ऐसे ही सेंटर की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है। नया ट्रॉमा सेंटर (Biggest trauma center Delhi) के निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इससे मरीजों को बडी राहत मिलेगी और पहले से चल रहे तीन ट्र्रॉमा सेंटरों का भी बोझ कुछ हदतक कम किया जा सकेगा।
देर से चल रहा है निर्माण कार्य
संबंधित अधिकारियों के मुताबिक, अस्पताल (Biggest trauma center Delhi) का निमार्ण कार्य वर्ष 2021 में ही पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन कोरोना (Covid) महामारी आडे आ गया। जिसके कारण निर्माण कार्य में देरी हुई है। कोरोना महामारी को देखते हुए इसके निर्माण कार्य की समय सीमा वर्ष 2022 तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया था।
बाद में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रेप के तहत लागू किए गए प्रतिबंधों की वजह से भी निर्माण कार्य में देरी हुई। वर्तमान में ढांचागत निर्माण कार्य तो पूरा हो गया है लेकिन अन्य कार्य शेष हैं। उम्मीद की जा रही है कि अब शीघ्र ही सभी शेष कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा।
निर्माण कार्य में देरी पर चिंता जता चुके हैं स्वास्थ्य मंत्री
पिछले साल दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister of Delhi Government) सौरभ भारद्वाज ने निर्माण स्थल का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने निर्माण में हो रही देरी पर चिंता भी व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था कि नए ट्रॉमा सेंटर (new trauma center delhi) के निर्माण कार्य पूरा होने के बाद क्षेत्र और उसके आसपास के मरीजों को इसका लाभ मिलेगा। दुर्घटना पीडित मरीजों को पास में ही अच्छा उपचार मिलना संभव हो जाएगा।
दिल्ली में तैयार हो रहा है सबसे बडा ट्रॉमा सेंटर, इस क्षेत्र को मिलेगा लाभ