Southeast Asia WHO क्षेत्रीय समिति के 76वें सत्र में मंत्रिस्तरीय Round table conference को किया संबोधित
नई दिल्ली। Southeast Asia WHO : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार (Minister of State Dr. Bharati Praveen Pawar) ने कहा कि सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्ति के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा (PHC) में निवेश सबसे समावेशी, न्यायसंगत और लागत प्रभावी प्रक्रिया है।
डॉ. भारती प्रवीण पवार दक्षिण-पूर्व एशिया, विश्व स्वास्थ्य संगठन (Southeast Asia WHO) क्षेत्रीय समिति के 76वें सत्र में मंत्रिस्तरीय Round table conference को संबोधित कर रही थीं। बैठक में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्ति के लिए प्रमुख तत्व के रूप में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा को मजबूत बनाने के उद्देश्य से दिल्ली घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए गए।
डॉ. भारती प्रवीण पवार ने प्रधानमंत्री के किसी को भी पीछे न छोड़ने वाले “अंत्योदय” सिद्धांत के विजन की पुष्टि करते हुए यह कहा कि जी20 में भारत के नेतृत्व ने लोगों को तैयारियों के केंद्र में रखकर और उन्हें प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया के लिए तैयार करके, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत बनाने के महत्व पर जोर दिया गया है।
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उन्होंने कहा कि भारत की मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली “संपूर्ण सरकार” और “संपूर्ण समाज” दृष्टिकोण पर आधारित है। इससे प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा को मजबूत बनाने के साथ आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं और स्वास्थ्य प्रणालियों को महामारी-पूर्व स्तर तक बेहतर बनाने के लक्ष्य के साथ सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (यूएचसी) प्राप्त करने में सुविधा होगी।
1.61 लाख से अधिक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और वेलनेस सेंटर
![Southeast Asia WHO : भारत की मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली "संपूर्ण सरकार" और "संपूर्ण समाज" दृष्टिकोण पर आधारित : डॉ. भारती प्रवीण पवार 1 भारत की मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली "संपूर्ण सरकार" और "संपूर्ण समाज" दृष्टिकोण पर आधारित : डॉ. भारती प्रवीण पवार](https://www.caasindia.in/wp-content/uploads/2023/10/sammelan-2-1280x853.jpg)
डॉ. भारती ने भारत के महत्वपूर्ण सुधारों के प्रभाव की चर्चा करते हुए कहा कि 1.61 लाख से अधिक आयुष्मान भारत (PMJY) स्वास्थ्य और वेलनेस सेंटर (एबी-एचडब्ल्यूसी) व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की डिलीवरी में परिवर्तन ला रहे हैं। जो निशुल्क सेवाएं हैं। यह सेवाएं जन्म से मृत्यु तक निरंतर देखभाल दृष्टिकोण को अपनाते हुए सभी आयु समूहों को प्रदान की जाती हैं।
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उन्होंने कहा कि इससे जनसंख्या कवरेज में भी बेहतरी हो रही है। वहीं, लोगों के जेब पर बोझ के साथ जोखिम भी कम हो रहा है। इससे उच्चस्तरीय सुविधाओं में दबाव भी कम पड रहा है। कुलमिलाकार सभी स्तरों पर सेवा गुणवत्ता में सुधार हो रहा है।
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इस कार्यक्रम में वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि, लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन के प्रोफेसर ऐनी मिल्स, डब्ल्यूएचओ एसईएआरओ (दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए क्षेत्रीय कार्यालय) की निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह, मालदीव के स्वास्थ्य मंत्री अहमद नसीमतिमोर, लेस्ते के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. एलिया एंटोनियो डी अराउजो डॉस रीस अमरल मौजूद थे।
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इसके अलावा श्रीलंका की स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सीता अरमबेपोला, नेपाल के स्वास्थ्य मंत्री मोहन बहादुर बस्नेत, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया के भारत में राजदूत चो हुई चोल, बांग्लादेश के स्वास्थ्य मंत्री जाहिद मलिक, डॉ. पोंगसाडहॉर्न पोकपर्मडी, इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय में महानिदेशक डॉ. सिरिफ़ा लिज़ा मुनीरा, भूटान के स्वास्थ्य मंत्रालयमें कार्यवाहक सचिव पेम्बा वांगचुक और थाईलैंड के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालयके वैश्विक स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. विरोज तांगचारोएनसाथिएन भी उपस्थित थे।
(इनपुट – पीआईबी)